एक्सपोज़ टुडे।
मध्यप्रदेश राज्य साइबर पुलिस ने देशभर में लाखों लोगों से ठगी करने वाले तेलंगाना के 12वीं के छात्र को पकड़ा है। पुलिस आरोपित को तेलंगाना से पकड़कर ग्वालियर ले आई है। आरोपित ने अपने मोबाइल नंबर इंटरनेट पर अन्य कंपनियों के कस्टमर केयर पर रजिस्टर्ड करा रखे थे। कोई उपभोक्ता परेशानी में इंटरनेट पर कस्टमर केयर का नंबर तलाशता है तो ठग का नंबर सामने आ जाता था। शिकायत करने के लिए इस नंबर पर कॉल करने पर उपभोक्ता ठग के जाल में फंस जाता था। आरोपित एनी डेस्क एप डाउनलोड कराकर उपभोक्ता के खाते से अपने फर्जी अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था। ये ठग पिछले एक साल से देशभर की साइबर पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था।
एसपी (राज्य साइबर सेल) सुधीर अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिन पहले फरियादी ने शिकायत कर बताया कि एक ठग ने एनी डेस्क एप डाउनलोड कारकर खाते से 2 लाख 54 हजार रुपये उड़ा दिए। इस तरीके से पहले भी ठगी की आनलाइन वारदातें हुई हैं और यह वारदातें अंचल में नहीं, देशभर में हुई हैं। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पड़ताल के लिए एक टीम गठित की गई। ठग काफी शातिर था। वह खातों से पैसा पश्चिम बंगाल व गुजरात के फर्जी खातों से ट्रांसफर करता था। ठगी की वारदात के संबंध में तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद विश्लेषण करने पर पुलिस तेलंगाना तक पहुंच गई। राज्य साइबर पुलिस 12वीं के छात्र मोहम्मद मुस्तफा (20वर्ष) पुत्र मोहम्मद जमाल साब निवासी जिला मेडचल (केबी रंगारेड्डी तेलंगाना) को शनिवार की रात पकड़ लाई। आरोपित ने एक साल में 100 से अधिक लोगों को ठगना कुबूल कर लिया है
आरोपित ने बताया कि नम्बर रजिस्टर्ड कर दिया था उसके बाद जो भी व्यक्ति गूगल पर कस्टमर केयर नाम से मोबाइल नंबर सर्च करता तो उसको आरोपी का नंबर शो होता था। उसके बाद जो भी व्यक्ति कॉल करता। मै उनकी समस्या सुनकर उनकी समस्या निराकरण के नाम पर उनका गूगल पे अनस्टॉल करा कर दोबारा इनस्टॉल करवा देता था। जिससे मुझे उनका एम पिन मिल जाये । उसके बाद वरिष्ठ अधिकारी आप से बात करेंगे बोलकर अलग अलग फर्जी नंबर से दोबारा कॉल कर अपनी आवाज बदल कर उनके फोन में एनी डेस्क एप डाउनलोड करा देता था। उसके बाद उनके फोन का एक्सिस अपने फोन में लेकर यू पी आई के माध्यम से पैसे अलग अलग जगहों के फर्जी खातो में ट्रांसफर कर देता था। आरोपी से कई फर्जी बैंक खाते भी जप्त किया गये है मुख्य आरोपी की गिरफ़्तारी केवल टीम के अथक प्रयसो से ही सम्भव हो सकी है।