November 29, 2024

गांधी सागर जलाशय के पानी से 50 गाँव जलमग्न

मंदसौर/नीमच। भारी बारिश के कारण मंदसौर जिले में स्थित गांधी सागर बांध में पानी की आवक ज्यादा होने से चंबल नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया हैं। भारी बारिश के कारण गांधी सागर बांध के गेट खोले गए है, लेकिन क्षमता से अधिक पानी आने के कारण गांधी सागर बांध के डूब क्षेत्र में 50 से ज्यादा गांवों में चंबल नदी का पानी घुस गया हैं।

आधी रात को गांवों में पानी घूसने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया है। डूब क्षेत्र के कई गांव में 7 से 8 फ़ीट बाढ़ का पानी भरा हुआ है। मौलाखेड़ी, लखमखेड़ी, बालोदा, चाउदा,  मोरडी, उदलिया खेड़ी सहित 50 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। ग्रामीणों के मवेशियों के साथ-साथ धान और अनाज का नुकसान हुआ है। कई बीमार और गर्भवती महिलाएं भी इस बाढ़ में फस गई हैं। प्रशासन द्वारा लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा हैं। कई गाँव ऐसे भी हैं जहाँ मदद नहीं पहुंच पा रही है उनके लिए केवल हवाई मदद ही हो सकती है।

नींमच जिले की रामपुरा तहसील में भी गांधी सागर बांध का पानी घुस गया है। जिस कारण सभी दुकान और मकान जलमग्न हो गए है। सुचना मिलते ही प्रशासन फ़ौरन रामपुरा पहुंचा और रात से ही बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।

रामपुरा तहसील में अब तक करीब 74 इंच बारिश हो चुकी है। अधिक बारिश होने के कारण बांध का पानी रिंगवाल के ऊपर से होता हुआ शहर में जा घुसा। इस कारण बस स्टैंड से लेकर लालबाग तंक करीब 15 फिट पानी भरा हुआ है। अस्पताल, दूरभाष केंद्र, अस्पताल, छात्रावास सहित कई मकान डूब गए है।

ऐसे हालात में एनडीआरएफ और सीआरपीएफ की टीम ने स्थानीय मछुआरों के साथ मिलकर रात 12 बजे से सुबह तक रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। लोगों के रुकने के लिए स्कूलों धर्मशाला व अन्य शासकीय भवन में ठहराया गया है।

बताया जा रहा है कि रात में जैसे ही पानी की आवक ज्यादा हुई तो लोग घबरा कर अपने घर से जैसे ही भाग निकले।

इस बीच जिला कलेक्टर अजय गंगवार, पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सागर, एडीएम विनय कुमार रात्रि को ही पहुंच गए थे जबकि सुबह मनासा एसडीएम अरविंद माहौर, एसडीओपी रविकुमार, रामपुरा थाना प्रभारी कमलेश गोड, स्वास्थ्य विभाग की टीम और कई नेताओं ने मौके पर पहुंच कर सभी लोगों से चर्चा की

Written by XT Correspondent