राजगढ़। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएँ किस तरह बदहाल हैं इसकी बानगी आपको राजगढ़ ज़िला मुख्यालय के इस सरकारी अस्पताल में देखने को मिल जाएगी। यहाँ वॉर्मर की कमी के चलते एक वॉर्मर में दो-दो बच्चों को लेटाया जा रहा है। इससे संक्रमण के ख़तरे कई गुना बढ़ जाते हैं।
मामला जिला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू विभाग) का है। यह जिले का एकमात्र एसएनसीयू विभाग है। यहां ऐसे नवजात शिशुओं को रखा जाता हैं, जिनकी जान को खतरा है। लेकिन यह विभाग खुद मशीन और तकनीकी कमियों से जूझ रहा है।
दरअसल अस्पताल के एसएनसीयू में नवजात शिशुओं के लिए मात्र 20 बेड हैं। जबकि यहां रोजाना 20 से ज्यादा बच्चे आते हैं। ऐसे में एसएनसीयू विभाग एक बेड पर दो नवजात शिशु को रखने के लिए मजबूर है। इस कारण कई बार एक बच्चे से दूसरे बच्चे में संक्रमण भी फैल जाता है।
वहीं जब इस बारे में डॉक्टर गजेंद्र यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान में 32 बच्चे एडमिट हैं जबकि हमारा एसएनसीयू 20 बेड का हैं। ऐसे में वही जब ज्यादा बच्चे होते हैं तो हम एक बेड पर दो बच्चों को सुलाने पर मजबूर है। बहुत सी बार एक बच्चे से दूसरे बच्चे में संक्रमण फैल जाता है। लेकिन बच्चों की जान ज्यादा जरूरी होती है। संक्रमण को तो हम बाद में ठीक कर सकते हैं। इसलिए हमको एक बेड पर दो बच्चों को सुलाना पड़ता है।