एक्सपोज़ टुडे,मुरैना।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि वितरण में बड़ा घपला सामने आया है।
पटवारी व तहसीलों ने बिना सत्यापन के अपात्र किसानों के खातों में भी किसान सम्मान निधि जमा करा दी ज़िले में 7 हज़ार 107 अपात्र किसानों के खाते में क़रीब 5 करोड़ 87 लाख रूपए डाल दिए गए।
अब घपला सामने आने के बाद इन सभी से वसूली करने की तैयारी ज़िला प्रशासन द्वारा की जा रही है।
दो लाख किसान अपात्र
पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को प्रतिवर्ष 6000 और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 4000 रुपये दिया जाता है मप्र में 81 लाख 18 हजार किसानों को किसान सम्मान निधि मिलती है इसमें से दो लाख से ज्यादा किसानों को अपात्र पाया गया है।
इन किसानों के खातों में पहले प्रशासन ने सम्मान निधि जमा कराई, अब इनसे 195 करोड़ 9 लाख रुपये की वसूली होनी है इसमें मुरैना जिले 7107 किसान हैं, जिनसे 5 करोड़ 87 लाख 60 हजार रुपये की वसूली होगी श्योपुर जिले में करीब 10 हजार किसान हैं, जिनसे 4.30 करोड़ रुपये की वसूली होनी है।
नौकरीपेशा,आयकरदाता ने भी लिए पैसे
जिन किसानों से सम्मान निधि वसूली होनी है,उनमें मृतक किसानों के बैंक खातों के अलावा नौकरी पेशा व आयकर चुकाने वाले लोग हैं।
मृतक किसानों के खातों को उनके स्वजन आपरेट कर रहे हैं, तो अधिकांश खाते बंद हैं मप्र के भू-अभिलेख आयुक्त ने मुरैना सहित सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि नौकरी पेशा व आयकर चुकाने वाले जिन लोगों ने सम्मान निधि ली है और वह वापस नहीं करते तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाए।
मृत किसानों के खातों से भी वसूली।
किसान सम्मान निधि की वसूली उन किसानों से भी हो रही है, जिनकी महीनों या सालों पहले मौत हो चुकी है और बिना सत्यापन के ऐसे मृत किसानों के खातों में पीएम व सीएम सम्मान निधि जमा करा दी है। मृत किसानों के बैंक खातों या उनके स्वजन से यह राशि वापस ली जाएगी।
गड़बड़ी के लिए दोषी सिस्टम
सरकार ने किसानों को ही यह अधिकार दिया था कि वह बाजार में कहीं से भी इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
योजना के लिए जो नियम शर्ते तय किए गए हैं वह जब किसानों द्वारा भरे गए थे, इसमें किसानों ने गलत जानकारी भर दी और उसको चेक भी किसी ने नहीं किया।
इसलिए बड़ी संख्या में यह गड़बड़ी हुई है। योजना में आयकरदाता, सरकारी कर्मचारी, 10 हजार रुपए से ज्यादा पेंशन लेने वाले कर्मचारी, डॉक्टर, वकील, सीए, जनप्रतिनिधि, पूर्व सांसद योजना के लिए पात्र नहीं है ऐसे किसानों के नाम से भी बड़ी संख्या में आवेदन किए गए हैं,जिनकी मृत्यु हो गई है उनके बैंक खातें रिश्तेदारों द्वारा संचालित की जा रहे हैं।
कलेक्टरों को दिए वसूली के निर्देश
पूरे प्रदेश में 2 लाख के करीब किसान हैं। इनमें से डेढ़ लाख किसान ऐसे हैं जिनकी मौत हो गई उसके बाद किसान सम्मान निधि उनके खाते में गई लेकिन 50 हजार के करीब ऐसे भी हैं जो नौकरी पेशा,आयकर चुकाने वाले है,फिर भी योजना के हितग्राही बन गए इन सभी से वसूली के निर्देश संबंधित कलेक्टरों को दिए गए हैं।
ज्ञानेश्वर बी पाटील आयुक्त, भू-अभिलेख
5.87 करोड़ की होगी वसूली।
मुरैना जिले में 7107 किसान हैं, जिनके खातों में किसान सम्मान निधि अपात्र होने के बाद भी जमा हुई है। इन किसानों से 5.87 करोड़ रुपये की वसूली होगी है, जिसकी रूपरेखा बनाई जा रही है।
नरोत्तम भार्गव, एडीएम, मुरैना