एक्सपोज़ टुडे,भिंड।
बेटा आवाज़ बदलकर पिता से ही तीन लाख रूपए की फिरौती मांग रहा था खुद को अपहरणकर्ताओं से छुड़वाने के लिए।
गोहद में रहने वाले 18 वर्षीय युवक ने अपने अपहरण की कहानी खुद रची। युवक पहले तो घर से बिन बताए लापता हो गया। पिता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। युवक ग्वालियर में अपने दोस्त के घर रह रहा था। गुड़गांव में गर्लफ्रेंड से मिलने जाना था तो रुपयों के इंतजाम के लिए उसने अपने अपहरण की खुद ही कहानी रच ली। पुलिस की तलाश शुरू हुई तो लापता होने के तीसरे दिन बेटे ने आवाज बदलकर पिता को काल कर तीन लाख की फिरौती मांगी। पिता थाने पहुंचे। लेकिन कॉल डिटेल और टॉवर लोकेशन ने युवक की पोल दी।
गोहद थाना टीआइ गोपाल सिकरवार ने बताया बीती छह नवंबर को रात नौ बजे पंचमपुरा हाल वार्ड दो गोहद निवासी सुरेंद्र सिंह कुशवाह थाने आए। उन्होंने पुलिस को बताया शाम छह बजे के बाद से 18 वर्षीय बेटे संदीप का कोई पता नहीं है।
काल करने पर किसी बंटू यादव ने बात की। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर संदीप की तलाश शुरू कर दी। लापता होने के तीसरे दिन आठ नवंबर को सुबह 8:56 बजे सुरेंद्र सिंह कुशवाह के मोबाइल पर संदीप के नंबर से काल आया। उन्होंने फोन अटेंड किया तो संदीप के बजाए किसी दूसरे की आवाज सुनाई दी। काल करने वाले ने कहा आपके बेटे का अपहरण हो गया है। अगर तीन लाख रुपये नहीं दिए तो उसे खत्म कर दिया जाएगा। फिरौती की बात सुनकर सुरेंद्र सिंह घबरा गए। वे घर से सीधे गोहद थाने पहुंचे। थाना प्रभारी गोपाल सिकरवार को रिकार्डिंग सुनवाई। पुलिस ने पलटकर काल किया तो संदीप का नंबर स्विच आफ हो गया।
ऐसे सामने आया अपहरण की कहानी का सच: टीआइ गोपाल सिकरवार ने बताया कि उन्होंने एसआइ महेंद्र धाकड़ को पड़ताल के लिए लगाया। संदीप के नंबर की काल डिटेल निकलवाई गई। छह नवंबर से आठ नवंबर के बीच एक संदिग्ध नंबर सामने आया। इस नंबर से संदीप के नंबर से बातचीत हुई थी।
दोनों की लोकेशन ग्वालियर में गोल पहाड़िया पर आ रही थी। पुलिस टीम गोल पहाडि़या पहुंची तो दूसरा नंबर संदीप के दोस्त का निकला। उसने पुलिस को बताया कि संदीप उसके घर रह रहा है। उसे उसके लापता होने की बात भी नहीं मालूम है। इस तरह से पुलिस संदीप तक पहुंच गई। संदीप ने पुलिस के सामने पूरा सच उगल दिया।
संदीप ने पुलिस को यह बताई कहानीः संदीप ने पुलिस को बताया कि वह ग्वालियर से आइटीआइ कर रहा है। ग्वालियर में रहकर पढ़ाई के दौरान रिश्तेदार दिया कुशवाह से उसकी दोस्ती हो गई। दिया इन दिनों गुड़गांव रह रही है। संदीप ने पुलिस को बताया कि उसे दिया से मिलने जाना था, लेकिन पास में रुपये नहीं थे। ऐसे में ख्याल आया कि पिछले दिनों पिता ने लोडिंग पिकअप वाहन को 2.70 लाख रुपये में बेचा है। इस तरह से संदीप ने पिता से रुपये ऐंठने के लिए अपने अपहरण की कहानी को खुद ही रच लिया। संदीप ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने प्ले स्टोर से मैजिक काल एप डाउनलोड किया है। इस एप की मदद से उसने आवाज बदलकर पिता से खुद ही फिरौती के लिए बात की थी।
युवक को गिरफ़्तार कर लिया
गोहद में एक युवक ने षड्यंत्र कर खुद ही अपने अपहरण की कहानी रच ली थी। पुलिस ने पड़ताल कर युवक को बरामद कर लिया है।
मनोज कुमार सिंह, एसपी, भिंड