एक्सपोज़ टुडे,झाबुआ।
झाबुआ ज़िले में धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक़ गांव मानपुर में आदिवासी परिवार को प्रलोभन देकर मतांतरण के प्रयास किया जा रहा था। पुलिस ने राजस्थान और गुजरात के सात और तीन स्थानीय लोगों के विरुद्ध मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अध्यादेश 2021 की धारा 3-5 में प्रकरण दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया ।
यहां न्यायाधीश सचिन कुमार जादव ने इन्हें जिला जेल भेज दिया। पुलिस ने धार्मिक ग्रंथ भी बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार को गांव मानपुर में नारू पुत्र हाउसिंग देवदा के घर पर गुजरात तथा राजस्थान के कुछ लोग प्रार्थना के नाम पर साहित्य व प्रतीक चिन्ह बांटकर प्रलोभन देकर मतांतरण करा रहे थे।
उप पुलिस अधीक्षक आनंदसिंह वास्केल, एसडीओपी एमएस गवली ने बताया कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गई।
ये हुए गिरफ्तार : नारू देवदा, राजमा देवदा निवासी मानपुर, रत्ना कटारा पाडला सज्जनगढ़, भरत पटेल गांव माचा सज्जनगढ़ बांसवाड़ा, नगीन मोगजी कटारा पाडला सज्जनगढ़ (राजस्थान), किशन भाई बघेरिया प्रीति नगर अमरोली सूरत, जॉन क्रिश्चयन कीर्ति नगर सूरत, केमा भाई वसावा ऊड़गांव पाती, विक्रम वसावा गांव आरकरी वापी (गुजरात), वीरसिंग पागला वसुनिया उदयपुरिया को गिरफ्तार किया गया।
गुरुवार सुबह विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में गांव चैनपुरी में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकजुट हुए। कार्यकर्ताओं ने घटना की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार से मतांतरण के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की। पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक प्रताप बारिया ने पुलिस को बताया कि मानपुर में कुछ बाहरी तत्व लोगों का जबरन मतांतरण कर रहे हैं।
धरना स्थल पर प्रेमसिंह डामोर आजाद ने अधिकारियों के समक्ष मांग रखी कि उन्होंने पूर्व में मतांतरण तथा इसकी जानकारी दी थी। उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। देर शाम तक धरना स्थल पर ही एसडीएम अनिल धाना पहुंचे और ज्ञापन लिया।