एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर में निजी कंपनी में एचआर मैनेजर की नौकरी कर रही युवती से उसी की दोस्त ने भोपाल के युवक से शादी कराने के नाम पर खंडवा की युवती ने कर ली लाखों की ठगी। पीड़िता ने जब रूपए वापस मांगे तो गुंडों से धमकियाँ दिलवाने लगी। इसके बाद युवती ने पुलिस में शिकायत की और पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा।
खंडवा सीएसपी पूनमचंद्र यादव ने बताया कि इमलीपुरा स्थित हातमपुरा में रहने वाली इंजीनियर युवती ने ठगी की शिकायत की थी। वह इंदौर में एक कंपनी में एचआर मैनेजर भी है। एसपी विवेक सिंह व एएसपी सीमा अलावा के निर्देशन में ठगी काे ट्रेस करने के निर्देश दिए गए। उसके बाद टीआई ईश्वर सिंह व गणेश कनेल ने आरोपियों की धड़पकड़ शुरू की। जिसमें हातमपुरा से ठगी की मास्टरमाइंड अमरीन पिता आरिफ अली (27), मकसूद उर्फ जुम्मन बेग और भोपाल के खवासपुरा से सारीम अली फारुखी को गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने पीड़िता से ठगी की वारदात करना कबूल लिया। ठगोरी बनने के पीछे अमरीन के महंगे शौक थे। शौक पूरे करने के लिए उसने कई लोगों से कर्ज लिया। उसी को चुकाने के लिए उसने सहेली को फंसाया और उससे कहा कि शादी समारोह में उसे अलमास नाम के लड़के ने शादी के लिए पसंद किया है। वह भोपाल का रईसजादा है। उसके पास बंगला और कार भी है। इस पर इंजीनियर युवती उसकी बातों में आ गई। प्लान के तहत अमरीन ने दोस्त सारीन को ठगी के लिए तैयार किया। फिर सारीन को इंजीनियर युवती के नंबर दिए।
शारीन अलमास बनकर पीड़िता से बात करने लगा। इसके अलावा अमरीन भी पीड़िता से वाट्सएप पर अलमास बनकर चेटिंग करती थी। वे कभी एक्सीडेंट तो कभी ब्लड कैंसर के इलाज के नाम से रुपए हड़पते गए। सारीन छह माह तक बात करता रहा। इस बीच पीड़िता उससे एक बार भी नहीं मिली। जब भी वह मिलने की बात करती तो सारीन बहाना बनाकर टाल देता था।
आरोपियों ने जब पीड़िता से 12 लाख 65 हजार 250 रुपए हड़प लिए तो फिर और रुपए मांगने लगे। जब रुपए देने से इनकार किया तो फिर अमरीन का पीड़िता से विवाद हो गया। अमरीन ने पीड़िता को मोघट थाने के लिस्टेड गुंडे सलीम लंगड़े सहित चार-पांच बदमाशों के नाम के फोन करवाए। वे धमका रहे थे कि यदि अमरीन का कहा नहीं माना तो छोटे भाई का अपहरण कर लेंगे।
आरोपी अमरीन ने वारदात करना कबूल लिया और बताया कि मैं कर्ज में डूब चुकी थी। कर्जा उतारने के लिए ठगी की। सारीन ने ठगी के तीन लाख रुपए लिए। बाकी मैंने कर्जदारों को रुपए दे दिया। अमरीन तलाकशुदा है। उसका दुर्ग में निकाह हुआ था। अमरीन की एक बेटी भी है। 2016 में नोट बंदी के समय भी अमरीन ने लोगों से रुपए हड़पे थे। लेकिन उसमें आपसी राजीनामा हो गया और थाने तक मामला नहीं पहुंचा। उस पर पूर्व में ब्लैकमेलिंग के आरोप भी लगे हैं।
अमरीन के कहने पर ही जुम्मन इंजीनियर युवती से रुपए व गहने लेकर आता था। अमरीन वारदात में जुम्मन के नाम की सिम का उपयोग करती थी। इसके अलावा आरोपियों ने 13 बैंक अकाउंट में जो रुपए ट्रांसफर करवाए वे सभी उनके दोस्त, परिचित व रिश्तेदार थे। इनमें से 9 को पुलिस ने ट्रेस कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है।
एसआई प्रियंका तोमर, एएसआई इंद्रजीत सिंह चौहान और कांस्टेबल पुष्पा अमरीन और जुम्मन को लेकर उनके घर छानबीन करने पहुंची। अमरीन के घर से एक लाख पांच हजार रुपए और जुम्मन के घर से पांच हजार रुपए व चार मोबाइल जब्त किए है। जब पुलिस इन्हें लेकर गलियों से लेकर निकली तो उन्हें देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लग गया। आरोपियों से गहने समेत अन्य बिंदुओं के बारे में पूछताछ करने के लिए पुलिस ने कोर्ट से तीन दिन का रिमांड लिया है।