November 21, 2024

क्राइम ब्रांच ने फैंटम बिलिंग से आयुष्मान भारत निरामय योजना के नाम पर करोड़ों धोखाधड़ी करने वाले वैष्णो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल पर की एफ़आइआर दर्ज।

एक्सपोज़ टुडे। 
भोपाल क्राइम ब्रांच ने  फैंटम बिलिंग (फ़र्ज़ी मरीज़ भर्ती बताकर)से आयुष्मान भारत निरामय योजना के नाम पर करोड़ों धोखाधड़ी करने वाले वैष्णो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल पर की एफ़आइआर दर्ज।
वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल कृष्णा नगर खजूरी कलां रोड पिपलानी भोपाल ने आयुष्मान भारत ग्रामीण योजना अंतर्गत राज्य स्वास्थ्य परिषद मध्य प्रदेश के तहत योजना अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अधिक किया गया I राज्य स्वास्थ्य परिषद ने जब निरिक्षण किया तो  कि अस्पताल द्वारा स्टेट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर मैं ऐसेमरीज़ों के बिल पेश किए हैं जिन्हें भर्ती ही नहीं किया गया I यह तथ्य निरीक्षण के दौरान संज्ञान में आया इनको ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर पर प्रस्तुत किया गया था I
हॉस्पिटल द्वारा धोखाधड़ी की इस गतिविधि को Phantom billing कहा जाता है फैंटम बिलिंग तब होती है जब स्वास्थ्य सेवा प्रदाता अस्पताल योजना के अंतर्गत उन सेवाओं और आपको क्यों के लिए प्रस्तुत करता है एवं बिलिंग क्लेम करता है जो कभी दी ही नहीं गई I
यह प्रथम दृष्टया अवैध आने एवं इस प्रकार की गतिविधियों को अंजाम देने का स्पष्ट सरकार को गैरकानूनी रूप से धोखा देना और गैरकानूनी लाभ प्राप्त करना है इस तरह की गैर कानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अस्पतालों के नोट रचित जालसाजी तरीके से बनाते थे I इस प्रकरण में चिकित्सालय द्वारा भर्ती और डिस्चार्ज रिपोर्ट ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर पर प्रस्तुत करते थे स्टेट एजेंसी की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के द्वारा वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक विवेक परिहार के द्वारा धोखाधड़ी जालसाजी कब से वितरण प्रस्तुत कर आयुष्मान भारत निर्माण योजना के अंतर्गत राशि प्राप्त की गई है इस प्रकरण में चिकित्सालय के साथ हितग्राहियों की संलिप्तता होना प्रतीत हो रहा है I  प्रारंभिक जांच में जब चिकित्सालय द्वारा भारतीयों के कूटरचित किया जाना पाया गया है I
     2.41 करोड़ रुपए के क्लेम के विरुद्ध 1.78 करोड़ का क्लेम  आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत  वैष्णो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को दिया जा चुका है I
  क्राइम ब्रांच भोपाल में डॉक्टर पद्माकर त्रिपाठी महाप्रबंधक आयुष्मान भारत द्वारा एक लिखित आवेदन पत्र अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अपराध भोपाल को दिया गया I इस आवेदन में वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक विवेक परिहार के द्वारा धोखाधड़ी जालसाजी करते हुए प्रस्तुत कर आसमान भारत योजना के अंतर्गत राशि प्राप्त करने के संबंध में शिकायत की गई I
 आवेदन पत्रों में वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पिपलानी संचालक विवेक परिहार के द्वारा धोखाधड़ी जालसाजी करते हुए फर्जी क्लेम प्रस्तुत कर आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत राशि प्राप्त कर धोखाधड़ी करने के संबंध में शिकायत की गई I आवेदन पर वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक विवेक परिहार के द्वारा प्रथम दृष्टया अपराध धारा 420 467 468 471 भारतीय दंड विधान का अपराध घटित पाए जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया I
Written by XT Correspondent