एक्सपोज़ टुडे।
भोपाल की एमपी नगर थाना पुलिस ने लाखों रूपए की धोखाधड़ी के मामले में रिलायंस निप्पॉन लाईफ इंश्योरेंस कंपनी के रिक्रूटमेंट एण्ड डेव्हलपमेंट मैनेजर को गिरफ़्तार किया है।
आरोपी पॉलिसी लेने वाले लोगों से रकम/दस्तखत करवाकर खाली चैक अपने पास रख लेता था तथा समय – समय पर अपने अकाउंट में डालकर कैश करवा लेता था । पीड़ित लोगों को इस बात का पता ही नहीं चलता और जब पता चलता ता तो उनकी रकम वापसे करने का वायदा कर रकम को ब्याज पर चलाता था । आरोपी की मॉ विदिशा किशोर बोर्ड में सदस्य है । अपनी मॉ के पद के प्रभाव में आरोपी बिना डरे लोगों से पैसे लेने का कार्य करता था , लोगों द्वारा आरोपी की शिकायत कंपनी में की गई तो कंपनी द्वारा आरोपी जितेन्द्र अष्ठाना को कंपनी से टर्मिनेट कर दिया गया ।
पुलिस को एक पीड़ित ममता गुप्ता ने बताया उसे रिलायंस निप्पॉन लाईफ़ इंश्योरेंस कंपनी के रिक्रूटमेंट एण्ड डेव्हलपमेंट मैनेजर जितेन्द्र अष्ठाना ने रिलायंस लाईफ इंश्योरेंस कंपनी की एक पॉलिसी स्कीम में पैसा इन्वेस्ट करने के लिये एक चैक 3,11,800/- रुपये का दिया था । पॉलिसी के फार्म भरवाये जाकर पैसे देने के लिये ममता से चैक लिया । ममता ने भरोसा कर जितेंद्र को पॉलिसी के लिये चैक दिया। दिनों बाद ममता गुप्ता ने पासबुक में एंट्री कराने पर पता चला कि जितेन्द्र अष्ठाना ने चैक पर अपना नाम लिख कर 3,11,800/- रुपये अपने खाते में कैश करा लिया है । जितेंद्र ने सोची समझी साजिश के तहत ममता को धोखे में रखकर पैसे अपने खाते में लेकर धोखाधड़ी की है । पुलिस थाना एम.पी. नगर द्वारा मामला अपराध धारा 420,409 भादवि का पाया जाने से अपराध क्रमांक 304/22 आरोपी जितेन्द्र अष्ठाना के विरुद्ध केस दर्ज किया ।
थाना एम.पी. नगर पुलिस ने आरोपी जितेन्द्र अष्ठाना पिता भगवान स्वरूप अष्ठाना नि. बी – 1/84 , अशोका गार्डन , भोपाल को गिरफ्तार कर लिया । जितेन्द्र अष्ठाना रिलायंस निप्पॉन लाईफ़ इंश्योरेंस कंपनी , जोन 02 एम.पी. नगर में एजेंसी रिक्रूटमेंट एण्ड डेव्हलपमेंट मैनेजर के पद पर था । जो लोगों से डेलीवेसेस व मंथली वेजेस के रूप में पैसे कलेक्शन करना व इश्योरेंश करने का कार्य करता था । जो लोगों के पैसे लेता था तथा ब्याज के रुप में मंथली व डेली रूपये वापस करता था ।
जितेंद्र से पूछताछ करने पर अन्य कई पीड़ित व्यक्तियों के हस्ताक्षर शुदा 32 चैक भी आरोपी के कब्जे से बरामद किये गये है । जो इसकी कार्यप्रणाली को बताते है कि आरोपी पीड़ित व्यक्तियों से रकम/दस्तखत करवाकर खाली चैक अपने पास रख लेता था तथा समय – समय पर अपने अकाउंट में डालकर कैश करवा लेता था । पीड़ित व्यक्तियों को इस बात का पता ही नहीं चलता ता और जब पता चलता ता तो उनकी रकम वापसे करने का वायदा कर रकम को ब्याज पर चलाता था । बजरिया थाना क्षेत्र के लोकल व्यापारियों को ब्याज पर पैसे दिये जाने की भी जानकारी प्राप्त हुई है ।
आरोपी की मॉ द्वारा अपने पद का प्रभाव दिखाकर अपने पुत्र जितेन्द्र अष्ठाना की गिरफ्तारी में अनावश्यक दबाव बनाने का प्रयास किया गया ।
आरोपी से 32 ब्लैंक/दस्तखतशुदा चैक जिनमें राशि करीब 15 लाख रुपये है ज़ब्त किए गए हैं।