November 22, 2024

पुलिस ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बैंको के एटीएम मशीनों के लिये कैश विड्रॉल , कैश वैलेट की फीडिंग करने वाली सीएमएस कंपनी के पूर्व मैनेजर को किया गिरफ़्तार।

एक्सपोज़ टुडे। 
भोपाल पुलिस ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बैंको के एटीएम मशीनों के लिये कैश विड्रॉल , कैश वैलेट की फीडिंग , कैश ट्रांसप्रोर्टेशन , एटीएम कैश लोडिंग व कैश की सुरक्षा करने वाली सीएमएस कंपनी के मैनेजर  को किया गिरफ़्तार।
सीएमएस कंपनी के रीजनल मैनेजर देवानंद सिंह शिकायत कर बताया  कि सीएमएस कंपनी द्वारा मैनेजर राहुल सम्पऋषि को ऑनलाईन मॉनिटरिंग हेतु लेपटॉप दिये गये थे । म.प्र. व छ.ग. राज्य के विभिन्न बैंको के एटीएम मशीनों के लिये कैश विड्रॉल , कैश वैलेट की फीडिंग , कैश ट्रांसप्रोर्टेशन , एटीएम कैश लोडिंग व कैश की सुरक्षा हेतु कंपनी की ओर से पूर्व राहुल सप्तऋषि को  नौकरी से 18 अप्रेल 2022  को  हटा दिया है। लेकिन  राहुल सप्तऋषि ने  लेनोवो कंपनी का लेपटॉप वापस नहीं किया गया । लेपटॉप में सीएमएच कंपनी के क्षेत्रीय कार्यालय से संबंधित तथा कैश लेन-देन से संबंधित गोपनीय जानकारी सुरक्षित थी ।
आरोपी राहुल सप्तऋषि को  नौकरी से हटाने के बाद भी  वह  25 अप्रेल को कंपनी की ऑनलाईन मीटिंग में शामिल हुआ जो कि सुरक्षा की दृष्टि से काफी गोपनीय मीटिंग थी । 8 जून 2022 को  रीजनल मैनेजर देवानंद सिंह ने  राहुल सप्तऋषि से लेपटॉप वापस माँगा तो राहुल ने उनके साथ गाली गलौच कर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी । पुलिस द्वारा मामला अपराध धारा 294,323,506,408,409 भादवि का प्रकरण अपराध क्रमांक 302/22 पंजीबद्ध किया गया ।
थाना एम.पी. नगर पुलिस को सूचना मिली की राहुल  बोर्ड ऑफिस के आसपास खड़ा है । पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी एडमिन मैनेजर राहुल सप्तऋषि पिता स्व. श्री वी.वी. सप्तऋषि नि. म.नं. एच.आई.जी. – 58, एस्सारजी पूर्वांचल – 1 , प्लाट नं. 184 खजूरी कलां भोपाल  को गिरफ्तार कर लिया । राहुल ने पुलिस की पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2009 में सीएमएस कंपनी में एसोशिएट एडमिन के पद पर नियुक्त किया गया था । बाद में कंपनी द्वारा आरोपी को प्रमोशन देकर मैनेजर का पद दिया । सीएमएस कंपनी द्वारा ऑडिट किया तो आरोपी मैनेजर राहुल सप्तऋषि ने  वित्तीय अनिमियताएं सामने आने पर8 अपर को नौकरी से हटा दिया गया।  ऑडिट में कंपनी ने पाया कि आरोपी राहुल सप्तऋषि से लगभग 2 से 2.5 लाख रुपये लेना बकाया है । आरोपी राहुल सप्तऋषि ने इसी बात को लेकर कंपनी का दिया गया लेपटॉप अपने पास रखा तथा कंपनी को भारी आर्थिक वित्तीय हानि पहुंचाने के आशय से एक बार कंपनी की ऑनलाईन मीटिंग भी अटेंड किया । जिसकी जानकारी कंपनी को लग जाने पर कंपनी के रीजनल मैनेजर द्वारा आरोपी से लेपटॉप वापस करने हेतु बताया गया किन्तु कंपनी से निकाले जाने के कारण आरोपी द्वारा लेपटॉप वापस नहीं किया और 14 जुलाई को  बदले की नियत से फरियादी को गाली गलौच व मारपीट की।
Written by XT Correspondent