एक्सपोज़ टुडे।
ग्वालियर पुलिस क्राइम ब्रांच मंदिर में श्रद्धालु बनकर पहुंची और अपहरण व हत्या के प्रकरण में पुलिस को चकमा देकर फरार हुए शातिर आरोपी को दबोच लिया। आरोपी 9 साल से फ़रार था । इसने छात्र की अपहरण कर हत्या के प्रकरण में सालों से स्वयं को मृत घोषित कर रखा था। इसे कुछ दिनों पहले ही गिरफ़्तार किया था लेकिन फिर से यह पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। एडिशनल एसपी क्राइम राजेश डंडोतिया ने बताया आरोपी बरूआसागर जिला झांसी में अपनी ससुराल पक्ष की रिश्तेदारी में छिपकर रह रहा था। इसका अपने माता-पिता के साथ मुम्बई भाग जाने का प्लान था। आरोपी ने अपना नाम गुमराह करने के लिये सोनू रायकवार बताया, आरोपी के द्वारा पुलिस टीम को काफी भ्रमित करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस को वह ज़्यादा देर तक गुमराह नहीं कर सका।
वर्ष 2013 में थाना बहोड़ापुर में छात्र की अपहरण कर हत्या के प्रकरण में सालों से फरार 10 हजार रूपये के इनामी आरोपी को सितंबर को गिरफ्तार किया था, लेकिन स्कूल में तस्दीक के दौरान यह शातिर आरोपी पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गया था।
शहर(पूर्व/अपराध) राजेश डण्डोतिया ने क्राईम ब्रांच की टीमें बनाकर फरार आरोपी के करीबियों पर नजर रखने व छिपने के स्थानों पर तलाश करने लगाया। फरार आरोपी की तलाश में क्राईम ब्रांच की टीमों को गाजियाबाद, दिल्ली, मथुरा, झांसी रेल्वे स्टेशन, मऊरानीपुर, पृथ्वीपुर, निबाड़ी, बरूआसागर भेजा गया। 2 अक्टूबर को सूचना मिली की अपहरण कर हत्या के प्रकरण में फरार आरोपी बरूआसागर जिला झांसी में छिपा हुआ है। क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा पृथ्वीपुर में आरोपी के बहनोई के घर व दुकान को सादा लिवास में निगरानी की गई तो आरोपी का एक रिश्तेदार जब वहां से बरूआसागर के लिये बस से निकला तो पुलिस टीम के दो जवान बस में सवार हो गये और बरूआसागर में बस स्टेण्ड पर उतरने के बाद उसका पीछा करते रहे। तभी उक्त रिश्तेदार ढीमर मौहल्ला, बरूआसागर में पहुंचा और मौहल्ले के एक घर में प्रवेश किया। उसके लगभग आधा घण्टे बाद घर से रिश्तेदार के साथ छात्र का अपहरण कर हत्या के प्रकरण में फरार आरोपी निकला, उक्त दोनों का पुलिस टीम द्वारा पीछा किया गया तो वह मंशिल माता मंदिर के रास्ते पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी को पकड़ लिया गया। आरोपी से नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम गुमराह करने के लिये सोनू रायकवार बताया। आरोपी के द्वारा पुलिस टीम को काफी भ्रमित करने का प्रयास किया गया। पूछताछ पर आरोपी द्वारा बताया कि वह अपने माता-पिता को लेकर दिनांक 04.10.2022 को झांसी रेल्वे स्टेशन से अपने रिश्तेदार की मदद से मंगला एक्सप्रेस द्वारा मुम्बई जाकर बसने का प्लान था, जिससे पुलिस उसे कभी नहीं पकड़ पाती।
दिल्ली में छुपा रहा लंबे समय तक
क्राईम ब्रांच ग्वालियर द्वारा वर्ष 2013 में छात्र की अपहरण कर हत्या के प्रकरण में सालों से फरार 10 हजार रूपये के इनामी आरोपी को दिनांक 23.09.2022 को गिरफ्तार किया गया था, स्कूल में तस्दीक के दौरान यह आरोपी पुलिस टीम को बातों में उलझाकर व चकमा देकर मौके से भाग निकला था। पकड़े गये आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह भागने के बाद सीधा बिजौली गया, उसके बाद पैसे व कपड़ों की व्यवस्था करने के बाद ट्रेन से गाजियाबाद अपनी पत्नि के पास पहुंचा था। उसके बाद नई दिल्ली से उक्त आरोपी अपनी ससुराल के मकान नगरा थाना प्रेमनगर (झांसी) में पहंुचा। अपने माता-पिता को लेकर अपनी ससुराल के गांव ढीमर मौहल्ला बरूआसागर में दिनांक 27.09.2022 से छिप कर रह रहा था। आरोपी के द्वारा पकड़े जाने के डर से मोबाइल का उपयोग नहीं किया जा रहा था। उक्त हत्या एवं अपहरण व पुलिस कस्टडी से फरार आरोपी पुलिस गिरफ्तारी के डर से लगातार ठिकाने बदल-बदल कर फरारी काट रहा था। उक्त फरार आरोपी को थाना बहोड़ापुर के अप0 क्रमांक 209/13 धारा 364ए,302,120बी,201 भादवि 11/13 एमपीडीपीके एक्ट एवं थाना ग्वालियर के अप0क्र0 533/22 धारा 224 भादवि के प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार किया जाकर उससे पूछताछ की जा रही है।
2013 में प्रंकुल शर्मा का अपहरण और मर्डर
विनय नगर थाना बहोड़ापुर से वर्ष 2013 में छात्र प्रंकुल शर्मा का अपहरण आरोपीगणों द्वारा किया जाकर डबरा में सिंध नदी के किनारे उसकी हत्या कर दी गई थी तथा फिरौती के लिये मृतक के घर चिट्ठी भेज कर फिरौती बसूलने का प्रयास किया गया था। उक्त चिट्ठी के आधार पर पुलिस ने प्रकरण मे विवेचना करते हुए प्रकरण के आठ आरोपियो को वर्ष 2013 में ही गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन गिर0 आरापी तभी से लगातार फरार था जिसे 23सितंबर 2022 को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था जो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।