युवक ने वहां मौजूद लोगों को अपना नाम एम. शाक्य बताया। जिसे सुनते ही स्टेनो सक्ते में आ गए। बाद में मामले को समझते हुए उन्होंने उस युवक से बात करना जारी रखा और चुपके से पुलिस को बुला लिया। इस दौरान युवक ने बताया कि राष्ट्रपति के कार्यालय से डायरेक्ट उसकी नियुक्ति हुई है। इस बात ने सभी को हैरानी हुई क्योंकि इस प्रकार कलेक्टर की जॉइनिंग नहीं होती। उसे सुनने के बाद स्टाफ़ कथित कलेक्टर का अतिथि का सत्कार किया और बातचीत करते रहे। इसके बाद युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। बता दें युवक स्कूटर से कलेक्टोरेट आया था। हलांकि, अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि युवक कहां का है और कहां से आया है।
फिलहाल, पुलिस युवक को अपने साथ ले गई और अब उससे पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद ही मामले का पूरा खुलासा होगा। जैसे ही कलेक्टोरेट के अन्य कर्मचारियों को फर्जी कलेक्टर की बात पता चली तो वे कलेक्टर कार्यालय के सामने एकत्रित हो गए। जानकारी के मुताबिक, युवक ग्वालियर आनंद नगर का निवासी है। वहीं, पुलिस की पुछताछ के बाद उसे छोड़ दिया है।