एक्सपोज़ टुडे
इंदौर के सिमरोल थाना क्षेत्र के बीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड फ़ार्मेसी की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा का निधन हो गया है। उन्हें कुछ दिनों पहले कॉलेज कैंपस में ही पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने पेट्रोल डालकर जला दिया था। वे 90 प्रतिशत तक झुलस गई थी। उन्हें गंभीर हालत में चोइथराम हॉस्पिटल अस्पताल में भर्ती किया गया था। वे कई दिनों से जीवन और मौत से संघर्ष कर रही थी। तड़के उनका निधन हो गया।
पुलिस ने आरोपी आशुतोष (21) पिता संतोष निवासी 6, विजयश्री नगर इंदौर को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह भी 30% तक झुलसा है। उसका एमवाय अस्पताल में इलाज होने के बाद छुट्टी हो गई है।
बिल्व पत्र तोड़ने आई और आरोपी ने पेट्रोल छिड़क कर लगा दी आग।
घटना के दिन प्रिंसिपल 4:45 बजे कॉलेज से बाहर आईं और बिल्व पत्र तोड़ने लगीं। वे कार में बैठ रही थीं, तभी आरोपी प्लास्टिक की बाल्टी में पेट्रोल लेकर आया और मैडम पर फेंक दिया। उनका पूरा शरीर भीग गया। वे कार से बाहर आईं। तभी आरोपी ने लाइटर निकाल कर आग लगा दी। वे बचने के लिए आरोपी से झूमा-झटकी करती रहीं। प्रिंसिपल की चीख सुनकर वे दोनों दौड़े और आग बुझाने के लिए उनके कपड़े फाड़ दिए। फिर कॉलेज की टी-शर्ट से उन्हें ढंक कर उन्हीं की कार में अस्पताल ले गए।
पुलिस पहले कर देती कार्रवाई तो नहीं होती घटना
आरोपी आशुतोष कई बार कॉलेज में अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे चुका है पूर्व में भी उसकी हरकतों से परेशान होकर कॉलेज प्रबंधन और प्रिंसिपल ने सिमरोल थाने पर लिखित शिकायत की लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की। इससे उसके हौसले बढ़ते गए।
इंदौर ग्रामीण एसपी भगवत सिंह बिरदे के मुताबिक सिमरोल थाना प्रभारी ने बताया कि 14 फरवरी 2022 को बीएम फार्मेसी कॉलेज की ओर से छात्र आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। छात्र ने आत्महत्या की धमकी दी थी। इस मामले की जांच सिमरोल थाने में पदस्थ एएसआई संजीव तिवारी को सौंपी थी। उन्होंने जांच में लापरवाही बरती, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। उन्हें रक्षित केंद्र महू में अटैच किया गया है।
कॉलेज संचालक की भी लापरवाही
इस पूरे घटनाक्रम में कॉलेज की भी गंभीर लापरवाही सामने आ रही है कॉलेज में कैमरे लगे हैं न बाउंड्री वॉल है न सुरक्षा कोई इंतज़ाम है।