November 21, 2024

इंदौर का युवक निकला इंटरनेशनल फ़्रॉड ग्रुप का मेंबर क्राइम ब्रांच ने लिफ़्ट किया।

एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर के विजय नगर क्षेत्र से एक युवक को भोपाल क्राइम ब्रांच ने उठाया है। इस युवक से पूछताछ कर
टेलीग्राम एप्प के माध्यम से देशभर में लाखों करोड़ों की ठगी करने वाले इंटरनेशनल चायनीज फ़्रॉड ग्रुप तक एमपी पुलिस पहुँच गई है।
चाइनीज माड्यूल पर चलने वाली साइबर फ्राड एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर मध्य प्रदेश के इंदौर और धार जिले के दो आरोपितों ने कई लोगों को टेलीग्राम एप चैनल में जोड़कर लाखों की ठगी कर दी। भोपाल साइबर क्राइम ने शिकायत के बाद मामले की तकनीकी जांच शुरू की। इसमें पता चला कि टेलीग्राम चैनल बनाने वाले आरोपितों ने अलग-अलग मोबाइल फोन नंबर का इस्तेमाल कर लोगों के बैंक खाते से लाखों रुपये निकाल लिए थे।
90 लाख की ठगी।
टास्क फ्रॉड के बहाने 90 लाख रुपए से ज्यादा की चपत  लगाने वाले दो जालसाजों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। साइबर ठगी करने वाले यह आरोपी चाइनीज़ माड्यूल को खाता उपलब्ध कराने का काम करते थे। एक आरोपी को इंदौर और दूसरे को धार का रहने वाला है। पुलिस का दावा है कि यह मध्यप्रदेश का पहला गिरोह है जो सीधा चाइनीज़ ग्रुप के संपर्क में था।

क्राइम ब्रांच ने इस मामले में आरोपी सतवीर सिंह (25) निवासी विजय नगर इंदौर और राहुल वसुनिया (24) निवासी खलघाट, धामनोद जिला धार को गिरफ्तार किया है। सतवीर सिंह जरूरतमंद लोगों की पहचान कर रुपयों का लालच देकर करंट खाता खुलवाता और उसे चायनीज व्यक्तियों को बेच देता था। इसी प्रकार राहुल अपने आधार और पेनकार्ड का उपयोग कर बैंक खाता खुलवाता और उसे सतवीर को देता, जिसे वह आगे बेचता था।

ऐसे देते थे धोखाधड़ी को अंजाम

आरोपित सतवीर सिंह जरूरतमंद लोगों की पहचान कर उन्हें रुपये का लालच देकर उनका करंट बैंक खाता खुलवाता था। इस बैंक खाते को टेलीग्राम एप चैनल के माध्यम से चाइनीज साइबर ठगी के गिरोह के लोगों से संपर्क कर भेज दिया जाता था। चीन से संचालित गिरोह के आरोपित इन खातों को अपने सिस्टम में अपलोड कर लेते थे। अनेक प्रकार की धोखाधड़ी होने के बाद रकम इन खातों में ट्रांसफर कर ली जाती थी। इस दौरान बैंक खाताधारकों को आरोपितों द्वारा दिए गए मिरर एंड्रायड एप्लीकेशन को इंस्टाल करवाया जाता था। इस एप से संबंधित बैंक खाताधारक के ओटीपी उसके साथ ही आरोपित के मोबाइल फोन पर प्रदर्शित होते थे। इनका इस्तेमाल कर आरोपित बड़ी संख्या में राशि की हेरफेर कर रहे थे। साइबर क्राइम ने जानकारी निकाली है कि आरोपितों ने कई जरूरतमंदों के बैंक खातों से भी उनकी निजी जमा राशि चोरी से निकाल ली।
डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के मुताबिक इस मामले की शिकायत कटारा हिल्स में रहने वाले संजय कुमार ने की थी। संजय ने पुलिस को बताया कि पिछले साल नवंबर महीने में निकिता नामक युवती ने टेलीग्राम के माध्यम से उन्हें पार्ट टाइम जाब के लिए मैसेज किया। उसके बाद टेलीग्राम पर नव्या नामक युवती मिली, जिसने उन्हें रजिस्टर करवाया। इसके बाद टेलीग्राम पर कस्टमर केयर द्वारा उन्हें काम के लिए गाईड किया गया।
16 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच इन सभी ने मिलकर संजय कुमार से 15 अलग-अलग बैंक खातों में कुल 90 हजार 87 हजार 863 रुपए ट्रांसफर करवा लिए। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
इन बैंक खातों का उपयोग साइबर ठगों द्वारा ठगी के रुपए ट्रांसफर करवाने के लिए किया जाता था। पकड़े गए आरोपियों से पांच मोबाइल फोन और सिमकार्ड जब्त किए गए हैं। आरोपियों के अरेंज किए खातों में ठगी के करीब 90 लाख रुपए ट्रांसफर किए जा चुके हैं।
मोबाइल  लोकेशन से धराए 
पुलिस उपायुक्त क्राइम श्रुतकीर्ती सोमवंशी ने बताया कि मामले की जांच के लिए टीम बनाई थी। आरोपितों के मोबाइल नंबर के आधार पर उनकी लोकेशन निकाली गई। उसके बाद विजय श्रीनगर इंदौर निवासी निवासी 25 वर्षीय सतवीर सिंह और ग्राम साला खलघाट थाना धामनौद तहसील धर्मपुरी जिला धार निवासी 24 वर्षीय राहुल वसुनिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों दसवीं पास हैं। आरोपितों से अभी तक 90 लाख रुपये की धोखाधड़ी के प्रकरणों में रिकवरी हुई है। मामले में अभी जांच चल रही है।
क्राइम ब्रांच भोपाल ने अपराध क्रमांक 01/2024 धारा 419, 420, 120(बी) का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया जिसमें दौराने विवेचना धारा 201 भादवि का इजाफा किया गया।
Written by XT Correspondent