Xpose Today News
इंदौर पुलिस ने वीवीआईपी ड्यूटी ऑफ़िसर को गिरफ़्तार कर हवालात में डाल दिया। मामला लसूड़िया क्षेत्र का है। हिरासत में लिया गया आरोपी जलगांव का कल्पेश बेलदार (30) है। यहां साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर नाम की प्राइवेट कंपनी में काम करता है। पूछताछ में उसने NSA का ASP बताकर इंदौर के म्यूजिक टीचर और मुंबई के एक दोस्त से ठगी की है।
वह खुद को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात एजेंसी का ACP बताकर लोगों को ठगने वाले को हिरासत में लिया है। वह मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला है और इंदौर के हीरानगर में रह रहा था। वह खुद को NSA (नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी का ACP) का अफसर बताता था। उसके पास से तिरंगा और NSA लिखी बुलेट भी बरामद की गई है।
आरोपी कल्पेश ने पूछताछ में यह कबूला लिया है कि वह खुद को पीएम ऑफिस में तैनात एजेंसी का अफसर बताता था। इंदौर में वह पिछले एक महीने से भूषण तिवारी के म्यूजिक सीखने जा रहा था। यहां भी उसने अपना यही परिचय दिया था। उसने म्यूजिक टीचर भूषण से कह रखा था कि आपका कोई काम हो तो बता दीजिएगा, PM साहब से बोलकर करवा दूंगा।
झांसे में आकर भूषण ने उससे कहा कि उन्हें नेक्सोन कार लेनी है। इस पर कल्पेश ने उनसे कहा कि वह बहुत कम रेट में एक गाड़ी दिलवा देगा। इसके बाद उसने एक इस्टीमेट खुद ही फर्जीवाड़ा कर बना लिया और भूषण को बता दिया। भरोसे में आकर भूषण ने अपना आधार, पैन दे दिए थे। इसके बाद आरोपी कल्पेश, भूषण को अपने साथ BMW बाइक शोरूम पर ले गया। यहां उसने एक बाइक दिलवाई।
भरोसा जीतने के लिए कल्पेश ने भूषण को रुपए नहीं चुकाने दिए। इसके बजाय उसने चुपके से मुंबई के प्रभात मिश्रा से इस बाइक को पेमेंट करवाया। भूषण को बताया कि पेमेंट उसने खुद किया है। यहां तक कि जिस प्रभात ने पेमेंट किया था, उसे भी NSA का ACP बता रखा था, इसी भरोसे में उसने भी पेमेंट किया था।
डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा जोन 2 के मुताबिक मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम लेकर ठगी करने का प्रकरण सामने आया है। पता चला है कि कल्पेश ने आर्मी कैंटीन से कार दिलाने के नाम पर भी भूषण से पैसे और डाक्यूमेंट लिए थे। कल्पेश ने भूषण के नाम से ही बाइक खरीदी है और पेमेंट मुंबई के किसी व्यक्ति से कराया है। कल्पेश हिरासत में है। इससे और खुलासे होने की उम्मीद है।