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इंदौर सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या को एक प्राइवेट हॉस्पिटल को गलत तरीके से अनुमति देने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा है। इस मामले में शिकायत लोकायुक्त तक भी पहुंची थी। इसमें जांच के बाद अपर संचालनालय, स्वास्थ्य सेवाएं को अवगत कराया गया था। इसके बाद शासन ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
मामला राऊ स्थित न्यू एएनएस हॉस्पिटल का है। इसके डायरेक्टर डॉ. अनिरुद्ध रिछारिया है। जनवरी 2024 में शिकायतकर्ता लोकेश परिहार ने कलेक्टर को जनसुनवाई में शिकायत की थी कि इस हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन में जो दस्तावेज पेश किए गए हैं उनमें गड़बड़ियां हैं। इस पर सीएमएचओ ने हॉस्पिटल को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और हॉस्पिटल डायरेक्टर को सारे मूल दस्तावेज पेश करने को कहा गया था। दस्तावेज पेश नहीं करने पर जांच की गई तो पता चला कि पहले हॉस्पिटल का संचालन एएनएस हॉस्पिटल के नाम से किया जाता था। संचालन में गड़बड़ियां मिलने पर रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया।
बाद में हॉस्पिटल ने पॉल्यूशन बोर्ड सहित अन्य दस्तावेज पेश कर न्यू एएनएस हॉस्पिटल नाम से अनुमति मांगी थी। इन्हें अपलोड करने के दौरान उसमें न्यू एएनएस हॉस्पिटल कर दिया गया। इसमें सीएमएचओ ऑफिस की भी गड़बड़ियां पाई गई। इसके साथ ही 23 सितंबर 2024 को इसका रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया गया।
दरअसल जांच में पाया गया कि इसमें हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. अनिरुद्ध रिछारिया द्वारा दस्तावेजों में गड़बड़ियां की गई हैं। ऐसे में सीएमएचओ द्वारा बिना मौके पर जाए या परीक्षण किए रजिस्ट्रेशन जारी करना पाया गया। इसके चलते उन्हें अनुशासनहीनता के मामले में नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।