एक्सपोज़ टुडे।
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रेप कांड में आरोपी बनाई गई और दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जेल से छूटी आरती दयाल की तबीयत अचानक से बिगड़ गई। परिजन उसे ताबड़तोड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों के मुताबिक़ आरती की तबीयत में सुधार है।
3 साल से आरती दयाल और श्वेता विजय जैन जेल में है
हनी ट्रैप प्रकरण में जब सीडी जो पुलिस ने एफएसएल से जांच करवाई है जिसकी जाँच रिपोर्ट भी पुलिस ने न्यायालय में जमा की है उक्त सभी CD की प्रति जिला न्यायालय इंदौर ने आरोपी गण के अधिवक्ता को देने के आदेश दिए थे जिस पर पुलिस ने उच्च न्यायालय इंदौर से स्थगन प्राप्त किया था उस स्थगन पर भी इंदौर उच्च न्यायालय के जस्टिस अभ्यंकर जी की कोर्ट ने सभी पक्षों की बहस सुनकर आदेश हेतु सुरक्षित रखे हैं कि सीडी आरोपी गण के वकीलों को दी जाए अथवा नहीं।
ऐसे मिली ज़मानत
अधिवक्ता यावर खान ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस हिमा कोहली ने आज SLP 10135/21 पर जमानत स्वीकृत की इस जमानत याचिका पर मध्यप्रदेश शासन की ओर से अधिवक्ता ने पूर्व में सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि वह 2 माह के भीतर भोपाल जिला कोर्ट मे चल रहे मानव तस्करी केस के ट्रायल समाप्त करेंगे परंतु शासन इस केस के ट्रायल को 2 माह मे समाप्त करने में असफल रही अभी इस केस में और गवाहों का परीक्षण होना बाकी है हनी ट्रैप केस जो इंदौर न्यायालय में चल रहा है उस प्रकरण में हाईकोर्ट ने पूर्व में ही आरोपी को जमानत प्रदान कर दी थी।