एक्सपोज़ टुडे।
स्लीमनाबाद ( कटनी)में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। ACS गृह डॉ राजेश राजौरा और सचिव गृह वल्लभ भवन सिचूएशन रूम से बचाव कार्य को मॉनिटर कर रहे हैं। घटनास्थल पर कलेक्टर SP कटनी घटनास्थल पर बचाव कार्य में सतत जुटे हैं। SDERF कटनी और जबलपुर की टीम पहुँच चुकी हैं। ३ फंसे मज़दूरों को निकाला जा चुका है। अंदर फ़ँसे 6 मज़दूरों को निकालने के लिए शैफ़्ट (shaft) बनाकर निकालने की कार्यवाही चालू है।
दरअसल
स्लीमनाबाद में टनल की मिट्टी धंस गई। घटना शनिवार रात करीब साढ़े सात से 8 के बीच बताई जा रही है। इस हादसे में 9 मजदूर फंस गए। इनमें को तीन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इनमें दो मजदूर पूरी तरह सुरक्षित है जबकि एक घायल है। 6 मजदूर अंदर फंसे हैं। इनके भी सुरक्षित होने की बात जिला प्रशासन कह रहा है। जिला प्रशासन के अनुसार मजदूरों की आवाज भी आ रही है। उन्हें ऑक्सीजन भी पहुंचाई जा रही है ताकि वह जीवित रहें। उनके सुरक्षित निकाले जाने के पूरे प्रयास जारी हैं।
सुरक्षित निकाले गए सभी तीन मजदूर पड़कुर गांव सिंगरौली जिले के हैं। इनके नाम दीपक, नर्मदा व मुन्नाीदास हैं। वहीं फंसे मजदूर भी चितरंगी सिंगरौली, महाराष्ट्र के नागपुर व झारखंड के बताए जा रहे हैं। निर्माण कार्य के रिकॉर्ड के अनुसार जिन मजदूरों की तलाश की जा रही है उनमें सुपरवाइजर गोरेलाल, रवि, विजय कुमार, मोतीलाल, इंद्रमणि सहित एक अन्य शामिल है।
जानकारी के अनुसार स्लीमनाबाद के पास जब यह मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान मिट्टी साइड से धंसकने लगी और यह हादसा हो गया। इसकी सूचना नर्मदा विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने जिला प्रशासन को दी। इसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा व पुलिस अधीक्षक सुनील जैन मौके पर पहुंचे। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के अनुसार मजदूरों को बचाने का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया एसडीआरएफ की टीम भी जबलपुर से रवाना हो गई है।
जून 2023 तक पूरा किया जाना है कार्य: जून 2023 तक टनल निर्माण पूरा करने प्रक्रिया शुरू करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। बरगी व्यपवर्तन परियोजना की स्लीमनाबाद टनल की लागत 799 करोड़ रुपये तथा लंबाई 11.95 किलोमीटर है। स्लीमनाबाद टनल का कार्य तेजी से कराया जाए। यह निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए थे। उन्होंने संबंधितों को नियत समय सीमा जून 2023 तक टनल का कार्य पूर्ण कराए जाने के लिए निर्देशित किया है। बरगी व्यपवर्तन परियोजना की 11.95 किलोमीटर लंबी स्लीमनाबाद टनल के लिए अनुबंध मार्च 2008 में हुआ था। इसे 40 माह की अवधि में जुलाई 2011 तक पूर्ण किए जाना था परंतु चार बार समय अवधि बढ़ाने के बावजूद भी आज दिनांक तक कार्य पूरा नहीं हुआ है। टनल से जबलपुर जिले के 60 हजार कटनी जिले की 21 हजार 823 तथा सतना जिले के 1 लाख 59 हजार 655 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी। निर्माण एजेंसी मैसर्स पटेल – एसईडब्ल्यू (संयुक्त उपक्रम) हैदराबाद है।