September 23, 2024

एडिशनल एसपी क्राइम ने स्टूडेंट्स से कहा अनजान वेब साइट पर निजी जानकारी शेयर न करें। सायबर फ्रॉड होता है तो टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें।

एक्सपोज़ टुडे। 
अनजान वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन के संबंध में अपनी व्यक्तिगत एंव बैंक खाता की जानकारी, पिन इत्यादी तुरंत  नही दें। वेबसाइट के संबंध में कस्टमर रिव्यूज का अवलोकन करें। इसके साथ ही अपने परिवारजनों को भी इन सभी बातों सकी जानकारी दें।, ताकि आप अपने परिवारजनों को भी सायबर अपराधियों का शिकार बनने से बचा सके।
यह बात ग्वालियर एडिशनल एसपी शहर-पूर्व/अपराध राजेश डण्डोतिया ने
पुलिस के ‘सायबर काईम अवेयरनेस’’* प्रोग्राम तहत आज‘‘एलन करियर इंस्टीट्यूट’’* में छात्र-छात्राओं एवं स्कूल स्टॉफ को सायबर अपराधों से जुड़ी विभिन्न केस स्टडीज के बारे में जानकारी के दौरान कही। इसके साथ ही उन्होने वर्तमान समय में पुलिस के सामने  आने वाली सायबर क्राईम संबंधी शिकायतों से साझा किया।
फर्जी वेबसाइट से रहें सतर्क 
‘‘फर्जी वेबसाइट’’* की जानकारी दी साथ ही उनको इस प्रकार के फ्रॉड से बचाव के तरीकों से भी अवगत कराया गया। उन्होने अपने व्याख्यान के दौरान कहा कि वर्तमान आधुनिक समय में हम सभी को स्मार्ट फोन का उपयोग करते है तथा सभी प्रकार के पेमेंट एवं ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी हम अपने र्स्माट फोन से ही करते है। यह स्मार्ट फोन आपकी सुविधा के लिये बनाया गया है इसलिये इसका इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करें। इस प्रकार आप खुद के सायबर अपराध का शिकार होने से बचा सकते है।
हाल ही में देखने में आया है कि सायबर अपराधियों द्वारा अपराध के नए-नए तरीके इजाद किये गये है जिनमें आजकल सायबर ठगों द्वारा बैंकों एंव ई-कॉमर्स कंपनियों के जैसे दिखने वाली कई फर्जी वेबसाइट बना रखी है।
जिनके माध्यम से सोशल मीडिया के जरिये लोगों को नोटिफिकेशन के जरिये लिंक भेजकर ईनाम (कैशबैक) अथवा सस्ते दामों में सामान खरीदने के ऑफर दिये जाते है। लोग सस्ते दाम/कैशबैक के लालच में सामान खरीदने के एंवज में सायबर ठगी का शिकार हो जाते है।
इसलिये हमें सोशल मिडिया के जरिये कोई सामान कम दाम के ऑफर खरीदने के संबंध में कोई लिंक प्राप्त होता है तो सबसे पहले लिंक की प्रमाणिकता की जॉच अवश्य कर लें, साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग करते समय केवल विश्वसनीय वेबसाइट का ही इस्तेमाल करना चाहिये।
व्यक्तिगत जानकारी तुरंत साझा न करें।
एडिशनल एसपी क्राइम श्री डण्डोतिया ने बताया वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन के संबंध में अपनी व्यक्तिगत एंव बैंक खाता की जानकारी, पिन इत्यादी भरना नही चाहिये। वेबसाइट के संबंध में कस्टमर रिव्यूज का अवलोकन भी अवश्य करना चाहिये। इसके साथ ही अपने परिवारजनों को भी इन सभी बातों से अवगत कराना चाहिये, ताकि आप अपने परिवारजनों को भी सायबर अपराधियों का शिकार बनने से बचा सके। आपकी सर्तकता ही आपका बचाव है। सेमीनार के अंत में उन्होने यह भी कहा कि यदि आपके साथ कोई सायबर फ्रॉड होता है तो उसकी शिकायत तत्काल नजदीकी पुलिस थाने या सायबर क्राईम सेल अथवा टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें। एएसपी क्राईम द्वारा सभी छात्र-छात्राओं को ग्वालियर पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘सड़क सुरक्षा सप्ताह’’ की भी जानकारी देते हुए सभी को सड़क पर वाहन चलाते हुए यातायात नियमों का आवश्यक रूप से पालन किये जाने की समझाइश भी दी गई।
Written by XT Correspondent