एक्सपोज़ टुडे, इंदौर।
प्रदेश में आशा कार्यकर्ताओं का आंदोलन तेज हो रहा है। आशाओं ने गांधी भवन में इकत्रित होकर शासन की नीतियों की नीतियों की अर्थी निकाल कर सम्भागायुक्त के कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया और ज्ञापन दिया।
मिशन संचालक द्वारा प्रस्तावित 10,000 रुपये का निश्चित वेतन को लागू करने की मांग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत इंदौर शहर और मानपुर में आज भी आशाये हडताल पर रही।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण काल में आशाओं ने अपनी जान को जोखिम में डालकर काम किया । लेकिन सरकार आशाओं को जीने लायक वेतन देने के लिये तैयार नहीं। सरकार 2000 रुपये के अल्प वेतन में आशाओं का शोषण कर रहे है।
आज प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष कविता सोलंकी , रचना गेहलोत, निलोफर खान , तृप्ति श्रीवाव आदि ने किय।
उल्लेखनीय है कि 24 जून को प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के सामने मिशन संचालक ने कहा था कि आशा के लिये 10000 रुपया वेतन का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजने एवं इसकी प्रति यूनियनों को देने की बात की। इसके बावजूद सरकार आशाओं के वेतन वृद्धि के संबंध में अभी तक काई कदम नहीं उठा रही है।
आशा आशा आशा सहयोगी एकता यूनियन(सीटू ) ने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप कर वेतन वृद्धि के संबंध में निर्णय लेने तथा आंदोलन समाप्त करने हेतु पहल करने की मांग की है।