एक्सपोज़ टुडे,इंदौर।
पोलोग्राउंड क्षेत्र में हुई युवक के अंधे कत्ल का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मृतक युवक की पत्नी के प्रेमी ने सुपारी देकर इस हत्या को अंजाम दिया था। डेढ़ साल पहले ही स्कूल में साथ पढ़ने वाली युवती से मृतक ने प्रेम विवाह किया था। मृतक की पत्नी देवास स्थित एक अस्पताल में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती थी। इसी अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग हेड से युवती के अवैध संबंध थे। मामले में पुलिस ने मृतक युवक की पत्नी और प्रेमी सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बाणगंगा पुलिस के अनुसार 13 अक्टूबर 2021 की सुबह लगभग पौने आठ बजे पोलोग्राउण्ड विद्युत मंडल के सामने बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने आकाश पिता यशवंत मिडकिया (29) निवासी वाल्मिकी नगर इंदौर की आंखों में मिर्ची झोंकने के बाद चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी।
90 किमी के रूट पर 150 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले
हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस की टीम ने मृतक आकाश के घर एवं घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटैज खंगाले जिसमें घर एवं घटना स्थल की रैकी करते हुए दो संदिग्ध युवक नजर आए। फुटैज में दोनों संदिग्धों द्वारा ही आकाश की हत्या कर फरार होना पाया गया। ।
मामले में पुलिस ने लगभग 90 किलोमीटर का रूट ट्रैक किया और लगभग 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटैज जांचे। 50 से अधिक लोगों से प्रकरण में पूछताछ की गई।
सीसीटीवी में संदेही इंदौर से ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते उज्जैन के चिंतामन जवासिया जाते दिखाई दिए। आरोपियों की बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर MP-13 EU-299 के रजिस्टर्ड पते के आधार पर आरोपियों की तलाश प्रारंभ की गई। पड़ताल के बाद संदेही संदेही मनीष शर्मा से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपी ने हत्या की साजिश रचना कबूल किया जिसके आधार पर षडयंत्र में शामिल चार अन्य आरोपीयों को भी गिरफ्तार किया गया।
इन आरोपियों को किया गिरफ़्तार
(1). मनीष पिता रामेश्वर लाल शर्मा (35) नर्सिंग हेड (मैनेजर) अमलतास अस्पताल,बांगर ज़िला देवास ( मृतक आकाश की पत्नी वर्तिका का प्रेमी)
(2). वर्तिका पति आकाश मिडकिया (29) निवासी वाल्मीकि नगर इंदौर। अमलतास अस्पताल देवास में एचआर मैनेजर के पद पर कार्यरत ( मृतक आकाश की पत्नी)
(3) जीतू उर्फ़ जीतेंद्र पिता लीलाधर वर्मा (43) हाउसकिपिंग इंचार्ज अमलतास अस्पताल निवासी जामगोद ज़िला देवास
(4) अर्जुन पिता मनोहर मंडलोई (28) निवासी ग्राम अम्लया पीपलिया, ज़िला देवास।
(5) अंकित उर्फ़ बिटटू पिता चंद्र सिंह पंवार निवासी हीरा मील की चाल, कोयला फाटक ज़िला उज्जैन।
मृतक को पता लग गए थे पत्नी के अवैध संबंध
मृतक आकाश मिडकिया व वर्तिका श्रीवास्तव दोनों उज्जैन में रहते थे एवं प्रायमरी स्कूल में दोनों साथ में पढ़ाई करते थे। आकाश और वर्तिका ने क़रीब डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह किया था।
उज्जैन में आकाश पर काफ़ी क़र्ज़ा हो गया था इसलिए वह परिवार सहित कुछ दिनों पहले इंदौर शिफ़्ट हुआ। आकाश विजय नगर स्थित टेली परफ़ॉर्मेंस कंपनी में काम करता था कुछ समय से वर्क फ़्राम होम था। जबकि उसकी पत्नी वर्तिका देवास के अमलतास अस्पताल में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती थी। इसी अस्पताल के मैनेजर नर्सिंग हेड मनीष शर्मा से वर्तिका के अवैध संबंध थे। इस बात का पता वर्तिका के पति आकाश को चल गया था। जिसके चलते आकाश ने वर्तिका से झगड़ा किया और देवास जाकर मनीष शर्मा को धमकी दी।
धमकी से परेशान होकर बनाया हत्या का प्लान
आकाश की धमकी से वर्तिका और उसका प्रेमी मनीष परेशान थे दोनों उसे रास्ते से हटाने की योजना बना रहे थे। इसके लिए मनीष शर्मा ने अस्पताल में हाउसकिपिंग इंचार्ज जीतू वर्मा के साथ मिलकर हत्या का षड्यंत्र रचा। इस हत्या के लिए मनीष ने अपने बाउंसर अर्जुन मंडलोई और उसके दोस्त अंकित उर्फ़ बिटटू पंवार को भी तैयार किया। योजना के मुताबिक़ मनीष हत्या के कुछ दिन पहले ही राजस्थान चला गया। वहीं जीतू वर्मा ने अर्जुन मंडलोई और उसके दोस्त अंकित उर्फ़ बिटटू को बाइक और मोबाइल फ़ोन उपलब्ध कराए।
पत्नी ने दी थी पति के आने जाने की जानकारी
हत्या की इस साज़िश में मृतक की पत्नी वर्तिका भी शामिल थी। उसने आरोपियों को बताया की आकाश रोज़ सुबह 7 बजे अस्पताल जाने के लिए एलआईजी चौराहे पर छोड़ने आता है। इस पर आरोपी अर्जुन व अंकित ने आकाश के आने जाने वाले रास्ते की रैकी की और हत्या का स्थान तय किया। तय प्लानिंग के अनुसार 12-13 अक्टूबर की रात अर्जुन और अंकित बाइक से रात 1 बजे इंदौर पहुंचे और सुबह 6 बजे तक रेलवे स्टेशन पर रूके रहे। सुबह 6 बजे वे आकाश के घर के सामने गार्डन के पास जाकर खड़े हो गए। सुबह 7 बजे आकाश पत्नी वर्तिका को छोड़ने एक्टिवा से निकला।
वर्तिका को बस में बैठाकर जब वह वापस आ रहा था तब पोलो ग्राउंड विधुत मंडल के सामने उसे गाड़ी से रोका और आँखों में लाल मिर्च डालने के बाद ताबड़तोड़ चाकूओं से हमला कर दिया। हत्या करने के बाद आरोपी फ़रार हो गए। बाद में आरोपियों ने मनीष शर्मा को फ़ोन कर हत्या की पुष्टि की। पुलिस से बचने के लिए आरोपी अर्जुन ने सिर व दाडी के बाल कटा कर मुंडन करा लिया।