एक्सपोज़ टुडे,भोपाल।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के सभी संभागों के कमिश्नर, आईजी एवं जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की।
ख़राब परफॉरमेंस वाले अधिकारियों को फटकार मिली और जहाँ से अच्छे नतीजे आए उनकी सराहना की गई।
गुंडों और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करने पर फटकार भी लगाई।
रासुका में पीछे रहने पर दमोह एसपी को मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस में ही फटकारा। क्योंकि, अपराधियों को गिरफ्तार करने में देरी होने की शिकायत मिली थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सिस्टम सुधारें, ऐसे काम नहीं चलेगा। दमोह की रैंकिंग प्रदेश में सबसे पीछे 52 वें नंबर पर है।
नीमच एसपी से भी कहा गया कि तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई धीमी क्यों है, आप क्या कर रहे है जिले में, सिस्टम स्लो क्यों है।
लेकिन, अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सराहा भी।
अनूपपुर एसपी की प्रशंसा करते हुए कहा गया कि सूदखोरों के खिलाफ अच्छी कार्रवाई की गई। जिले में सूदखोरों की कमर तोड़ी गई, जो एक सराहनीय काम है।
सुराज का मतलब बताया
मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े मामलों की मॉनिटरिंग कलेक्टर खुद करे। ‘सुराज’ का मतलब है कार्य गुणवत्तापूर्ण हों।
उन्होंने कहा कि जिन शहरों में सरकारी जमीनें कब्जे से मुक्त कराई गई है, उनका उपयोग शासकीय कार्यालय, स्कूल आदि के लिए किया जाए। कब्जा मुक्त जमीन के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि उसका शत-प्रतिशत सही उपयोग हो।
भू माफिया पर शिकंजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बड़े कब्जाधारी है और जो संगठित तरीके से कब्जे कर रहे हैं, उन पर कार्रवाई और एफआईआर करना ही है। जमीनों को मुक्त करके भूलना नहीं, बल्कि शहरी आबादी वाली मुक्त जमीनों पर गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास बनाए जाएं।
कोविड गाइडलाइन्स का पालन कराया जाए। मुख्यमंत्री ने महिला अपराधों को रोकने के लिए और संवेदनशील होने के निर्देश दिए।