विदिशा। एंकर- मध्यप्रदेश के विदिशा जिले की लटेरी के झूकरजोगी गाँव में बेहद ही अनोखे ढंग से भुजरियों का पर्व मनाया जाता है। यूं तो यह पर्व पूरे देशभर में अपने तरीके से मनाया जाता है, लेकिन यहां लगभग दर्जनों भर बन्दूकों के साये में मनाया जाता है जिसके लिए बाक़ायदा पुलिस बल की भी तैनाती की जाती है। एक तरफ महिलाओं का जन समूह तो दूसरी ओर बन्दूकबाजों की बन्दूकों की धमक के बीच सारे गांव का अलग ही नज़ारा दिखाई देता है।
वीओ- कहते हैं कि यहां की भुजरियां तब तलक नही टूटतीं जब तक कि बन्दूक की गोली से 60 फिट दूर एक पेड़ के ऊपर बंधा नारियल ना फूट जाए। जिसके लिए कई बन्दूकबाज अपने-अपने निशानो की आजमाइश करते हैं और नारियल को फोड़कर इस परंपरा को निभाया जाता है।
कहते हैं कि इस गांव, यानी झूकरजोगी में यह परम्परा सदियों से जारी है, पहले के लोग हाथी-घोड़े तथा ऊँटो पर बैठकर इस परम्परा के गवाह बनते थे और बन्दूक से निशाना लगाते थे लेकिन संसाधनों के अभाव के चलते अब मात्र बन्दूक से नारियल फोड़कर इस परम्परा को जीवंत बनाए रखा है।
इस दौरान ढपलों की थाप पर महिलाओं के संग पुरुष भी खेलते हैं लहँगी नृत्य। कई जगह के लोग होते है इस आयोजन में शामिल।