September 23, 2024

इंदौर में आईपीएस के नाम से धमकाने वाली हाईप्रोफ़ाइल महिला के चर्चे।

इंदौर में आईपीएस के नाम से धमकाने वाली हाईप्रोफ़ाइल महिला के चर्चे।
इंदौर में एक हाई प्रोफ़ाइल महिला भोपाल में पदस्थ रहे एक सीनियर आईपीएस के नाम से लोगों को धमकाती है। महिला की हरकतों से पुलिस और खुद आईपीएस भी परेशान है। कभी खुद को राजनेता के परिवार का बता कर रौब जमाती है तो कभी आईपीएस के नाम से दादागिरी करती है। यह महिला जिस इंडस्ट्री में काम करती थी वहाँ से भी इसके लड़ाकू अंदाज के कारण कई बार हकाली जा चुकी है। हाल ही में जारी हुई ट्रांसफ़र लिस्ट में आईपीएस के ट्रांसफ़र एक महत्वपूर्ण ज़िले में हुआ है। इस ज़िले की  पुलिस को सूचना मिल गई है की यह औरत अब यहाँ हंगामे करेगी।

केंद्रीय मंत्री का पीए बताकर लाखों की ठगी, हाई प्रोफ़ाइल मामले में पुलिस ने “शुभ लाभ” कर छोड़ा

एक प्रभावशाली केंद्रीय मंत्री के नाम से इंदौर में लाखों रूपए की ठगी हुई। हाई प्रोफ़ाइल मामले में ठग ने खुद को केंद्रीय मंत्री से स्टाफ़ का होना बताया उसने फिर उसने एम्बेसी में काम कराने के नाम पर रूपए ले लिए। जब पीड़ित ने ठगोरे से संपर्क किया तो वह बहाने बाज़ी करने लगा। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में की । पुलिस ने एफ़आइआर दर्ज कर आरोपी को दो नंबर में पकड़ा और “शुभ लाभ”कर “आज़ाद” कर दिया। पीड़ित को जब यह पता लगा तो उसने पूरे मामले की शिकायत उपर तक कर दी।

आईपीएस के पति यौन शोषण के आरोपी, एफ़आइआर के हुए निर्देश
राजधानी में पदस्थ एक आईपीएस के पति पर यौन शोषण का आरोप लगा है। सीनियर आईएएस अफ़सर की जाँच में आरोप सही पाए गए लेकिन पत्नी के रसूख़ के चलते पति देव बचे रहे। महिला आयोग को हुई गोपनीय शिकायत के बाद फिर जाँच हुई और आयोग ने आईपीएस के पति पर 377 एफ़आइआर दर्ज करने के निर्देश दे दिए हैं।
गोआ में नेताजी की पिटाई कांड नया खुलासा

गोआ में एमपी के नेताजी की कॉल गर्ल्स द्वार सर्विस के बदले पैसा न देने पर पिटाई के मामले में गोआ के कैलंगुट थाने की पुलिस और पीसीआर जिस जोश में कार्रवाई करने की तैयारी कर रही थी वह पर भर में ढंडी हो गई। एक फ़ोन ने चुस्त पुलिस को ऐसा सुस्ती में लाया की टीआई फ़ोन ऑफ़ करके बैठ गए। डीजीपी ने एसपी को जाँच के आदेश दिए हैं। वहीं एमपी पुलिस से ताबड़तोड़ लेटर लिख कर गोआ पुलिस को तुरंत जानकारी देने के लिए कहा। गोआ में बैठे आईपीएस ने कहा मैं एमपी पुलिस में नहीं हूँ जो उनके आदेश का पालन करूँ। मैंने लिख दिया कुछ नहीं हुआ । लेकिन जाँच तो पुलिस कर रही है और खुलासा भी करेगी।

अफ़सर ने कहा थाने मत जाओ मंत्री के पास जाओ वही चला रहे हैं थाने
एक मंत्री के हस्तक्षेप से पुलिस विभाग परेशान है। मंत्री टीआई से लेकर सिपाही तक की पोस्टिंग कराने के लिए दबाव बनाते हैं। ग्रामीण क्षेत्र के थानों की हालत तो यह है की मंत्री जी के बिना पूछे कोई बड़ी कार्रवाई संभव ही नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र के एक थाने में एक घटनाक्रम हुआ पुलिस एफ़आइआर दर्ज नहीं कर रही थी । वरिष्ठ अधिकारी ने कहा केस दर्ज करो लेकिन टीआई ने जवाब दिया की मंत्री जी ने मना किया है। फ़ोन लगाने वाले अफसर दंग रह गए। पीड़ित जब अफ़सर के पास टीआई की शिकायत लेकर पहुँचा तो  अफ़सर बोले थाने मत जाओ मंत्री के पास जाओ वही चला रहे हैं थाने । हम कुछ नहीं कर सकते।

इंदौर के आईपीएस “जुगाड़” लगा कर निकले “प्रमोटी” बैठे रह गए
मध्य प्रदेश शासन गृह विभाग द्वा रा जारी 75 आईपीएस की ट्रांसफ़र लिस्ट में इंदौर से 4 डीसीपी निकल कर दूसरे ज़िलों में एसपी बन गए। एक आईपीएस केवल पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज गए हैं।  यह सभी डायरेक्ट आईपीएस हैं। पुलिस कमिश्नरी लागू होते ही यह इंदौर आए थे। लेकिन कुछ समय में ही मोह भंग हो गया और दूसरे ज़िले में इंडिपेंडेंट चार्ज मिल गया। जबकि 2 प्रमोटी आईपीएस डीसीपी ताक़ते रह गए।

टीआई के साथ प्रॉपर्टी  ब्रोकर ने कर दी  लाखों की ठगी

इंदौर में पदस्थ रहे ज़मीनों के शौक़ीन रिटायर्ड टीआई को ही
प्रॉपर्टी ब्रोकर  टोपी पहना गया। टीआई ने लालच में विजयनगर क्षेत्र में एक महँगी प्रॉपर्टी का सौदा किया और बयाना भी दे दिया। लेकिन कुछ दिन बाद पता चला की यह प्रॉपर्टी तो पहले की बिक चुकी है। अब टीआई साहब को काटो तो खून नहीं। कल तक लोगों पीडा सुनने वाले खुद ही पीड़ित हो गए। अपने साथ हुई घटना की जानकारी किसी को देने में भी शर्म आ रही है।

बात ब्यूरोक्रेसी की

भू माफिया से पीड़ित हुए कलेक्टर, फिर समझ में आया दूसरों का दर्द
इंदौर में फ़्लैट ख़रीदने वाले उज्जैन संभाग के एक ज़िले के कलेक्टर भू  माफिया को चमका कर ताली बटोर रहे है। जबकि यह  खुद भू माफिया से पीड़ित हैं। उज्जैन संभाग के एक ज़िले में कलेक्टरी कर रहे इन साहब का इंदौर के निपानिया क्षेत्र में फ़्लैट है। यहां  कलेक्टर साहब की  बिल्डर सुनता ही नहीं। कलेक्टर साहब कई बार अपने तरीक़े से बोल चुके हैं लेकिन बिल्डर उनकी किसी भी बात को तवज्जो नहीं देता। क्योंकि उसे पता है मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसका दर्द जब उन्हें खुद हुआ तो अपने ज़िले में भू माफिया पर नकेल कसने मैदान में उतर पड़े।
प्रमोटी आईएएस हो ज़्यादा उछल कूद मत करो नहीं तो फिर से मंत्रालय में जमा हो जाओगे।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के एक कलेक्टर कुछ दिनों पहले सुर्खियों में थे वे पब्लिक की समस्याओं को सुनने के लिए कभी ज़मीन पर बैठ जाते तो कभी किसी पीड़ित को बोलते मुझे आदेश करो मैं तुम्हारा नौकर हूँ। कलेक्टर साहब की दिलेरी के चर्चे वल्लभ भवन तक पहुंचे। एक बार सार्वजनिक मंच से तारीफ़ भी हो गई । इसके बाद कलेक्टर साहब को किसी शुभ चिंतक ने सलाह दी की प्रमोटी हो ज़्यादा उछल कूद मत करो नहीं तो फिर से मंत्रालय में जमा हो जाओगे। इसके बाद कलेक्टर साह की ट्यूब लाइट जली और अब दफ़्तर में रहना की बेहतर लग रहा है।
Written by XT Correspondent