डॉ हिमांशु जोशी
ईडी ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले के संबंध में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज एक एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।ईडी को लोकेश वर्मा नाम के आदमी की तलाश है जिसने रूपए ठिकाने लगने के लिए फ़र्ज़ी व्यक्तियों के नाम से बैंक एकाउंट खुलवाए।
इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में इंदौर (मध्य प्रदेश), हुबली (कर्नाटक) और मुंबई (महाराष्ट्र) में विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है।
ईडी की जांच से पता चला कि अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप जैसे धनगेम्स और अन्य सट्टा मटका ऐप मध्य प्रदेश, कर्नाटक और देश के अन्य हिस्सों में आम जनता को लुभाने के लिए संचालित किए जा रहे थे। ऐप उपयोगकर्ताओं को मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण करने और यूपीआई के माध्यम से धनगेम्स वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने और सट्टेबाजी में शामिल होने की अनुमति देता है। इन सट्टा मटका ऐप्स के माध्यम से उत्पन्न अवैध धन को सट्टेबाजी संचालन को चलाने के लिए उनके केवाईसी दस्तावेजों का दुरुपयोग करके डमी व्यक्तियों के नाम पर लोकेश वर्मा द्वारा खोले गए फर्जी बैंक खातों के माध्यम से सफेद किया गया था। बेनामी बैंक खातों में सट्टेबाजी के संचालन से उत्पन्न अपराध की आय को वैध बनाया गया और अचल संपत्तियों को खरीदने के लिए उपयोग किया गया।
तलाशी अभियान के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की गई। 46.5 लाख पाए गए और जब्त कर लिए गए।
आगे की जांच जारी है.