एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर में बहुचर्चित रहे असिस्टेंट रजिस्ट्रार को विभिन्न मामलों की जांच के बाद रवाना किया और वे ग्वालियर में 20 हज़ार की रिश्वत लेते ट्रेप हो गए।
ईओडब्ल्यू की टीम ने आज ग्वालियर में बैजाताल स्थित फर्म एंड सोसाइटी रजिस्टर्ड कार्यालय में छापामार कार्रवाई की। यहां पर टीम ने सहायक पंजीयक भगवान दास कुबेर को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। खबर लिखे जाने तक टीम कार्रवाई में जुटी हुई थी।
दरअसल फरियादी हेमंत उपाध्याय निजी रूप से फर्म एंड सोसाइटी रजिस्टर्ड कराने का काम करते हैं। इन दिनों वह सराफा बाजार व्यवसायी संघ की समिति के रिन्यूअल का काम संभाल रहे हैं। इसी सिलसिले में एक डेढ़ माह पहले उनकी सहायक पंजीयक भगवान दास कुबेर से मुलाकात हुई थी। इस दौरान सहायक पंजीयक ने उनसे रिन्युअल की ऐवज में 25 हजार रुपये की मांग की थी। बाद में समझौता बीस हजार रुपये पर हुआ था। इसके बाद बीते रोज हेमंत पांच हजार रुपये लेकर बैजाताल स्थित फर्म एंड सोसाइटी रजिस्टर्ड कार्यालय पहुंचे थे। यहां पर सहायक पंजीयक कुबेर ने पैसे लेने से इंकार करते हुए कहा कि बीस हजार से कम में काम नहीं होगा। इसके बाद फरियादी ने ईओडब्ल्यू में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई। ईओडब्ल्यू ने बीस हजार रुपये लेकर आज हेमंत को फिर भगवान दास कुबेर के पास भेजा था। हेमंत ने फर्म एंड सोसाइटी रजिस्टर्ड कार्यालय में पहुंचकर सहायक पंजीयक कुबेर के बीस हजार रुपये दिए, जिसे उसने सामने रखी फाइल के अंदर रख लिए। इसी दौरान ईओडब्ल्यू टीआइ यशवंत गोयल अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और सहायक पंजीयक रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
इंदौर में चर्चित हुए थे कुबेर
इंदौर पोस्टिंग के दौरान भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में रजिस्ट्रार फ़र्म एंड सोसाइटी में कार्रवाई हुई थी जिस कर्मचारी को पकड़ा गया था उसने कई ऐसे राज खोले थे की भगवान दास कुबेर को शासन ने तत्काल इंदौर से हटाया था।