April 28, 2025

गांधी का स्कूल: बच्चे हों या टीचर सबके सिर पर हर दिन सजती गांधी टोपी

नरसिंहपुर। एक स्कूल जहां हर बच्चा और टीचर टोपी लगाए हो, स्कूल खुलते ही रघुपति राघव राजा राम की गीत गाया जाए और स्कूली शिक्षा के साथ देश भक्ति और बापू के आदर्शों का पाठ पढाया जाए तो इसे देखना कितना सुकूनभरा लगेगा। जी हां आज हम आपको लेकर चलेंगे एक ऐसे ही स्कूल में जहां पूरा स्कूल गांधी में ही रचा बसा है।

इस स्कूल में यह नजारा किसी खास दिन नहीं बल्कि हर दिन का होता है। रोजाना स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को बड़ी शिद्दत से याद किया जाता है। यहां स्कूली शिक्षा के साथ-साथ देश भक्ति और बापू के आदर्शों का पाठ भी पढ़ाया जाता है। बच्चे रोजाना गांधी टोपी पहनकर ही पढ़ाई करते हैं। स्कूल में आने वाले टीचर भी गांधी टोपी पहन कर ही पढाते भी हैं।

हम बात कर रहे हैं नरसिंहपुर जिले के सिंहपुर गांव की बुनियादी शाला की। यहां गांधीवादी जीवन की बुनियाद रखी जाती है। रोजाना स्कूल की शुरुआत रघुपति राघव राजा राम के गीत से होती है और राष्ट्रगान बाद ही स्कूल बंद होता है। स्कूल की हर दीवार पर बापू के आदर्शों का संदेश लिखा हुआ है।

इस शाला में पढ़कर शिक्षक बने 6 लोगों को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। यहां के प्रधान पाठक बताते हैं कि जब बापू यहाँ आये थे तब इसी बुनियादी शाला में उन्होने अपना वक्त बिताया था। तब से आज तक यहां बापू जीवंत हैं।

1944 में बापू यहां आए थे। तभी से इसे बापू की पाठशाला के नाम से ही जाना जाता है। आज बापू की इस धरोहर को छात्र और शिक्षक संजोए हुए है। यहां आज भी बापू की हस्तलिखित लिपि मौजूद है।

Written by XT Correspondent