बालाघाट। लंबे समय से भारत आने का इंतजार कर रहे पूर्व चीनी सैनिक वांग शी उर्फ रायबहादुर को आखिरकार भारतीय दूतावास से 6 माह का वीजा जारी हो गया है। अब वांग जल्द ही भारत आकर अपने परिवार के साथ रहेंगे। वांग के पुत्र विष्णु वांग ने इस खबर की पुष्टि की है।
गुरुवार को उनके पुत्र विष्णु ने बताया कि मीडिया के सहयोग के बाद भारतीय दूतावास से उनके पिता को 6 माह का वीजा जारी हो चुका है। फ्लाइट की टिकट होने के बाद वे जल्द हमारे पास आ जाएंगे। पूरा परिवार उनके इंतजार में है।
बता दे कि रायबहादुर साल 1963 में गलती से भारत की सीमा में दाखिल हो गया था। जहां उसे भारतीय सेना ने पकड़ लिया। बिना किसी कागजात के भारत में घुसने के कारण उन पर जासूसी का मुकदमा चलाया गया। करीब 6 से 7 सालो तक वह भारत की अलग-अलग जेल में रहा। जेल से छूटने के बाद वह बालाघाट के तिरोड़ी गांव में रहने लगा। वांग शी के परिवार में उसका एक बेटा विष्णु, बहु और दो बेटियाँ, नाती है। पत्नी का करीब डेढ़ साल पहले निधन हो चुका है।
भारत में 54 साल रहने के बाद 2017 में भारत और चीन की सरकार ने मध्यस्थता करके उन्हें चीन उनके वतन भेजा था। चीन जाने के बाद वांग दो बार भारत आया। 1 अक्टूबर को वह आखिरी बार भारत से चीन रवाना हुए थे। वांग वापस भारत आकर अपने परिवार से मिलना चाह रहा था। लेकिन बीते पांच महीनों से उसे बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास से वीजा नहीं मिल पा रहा है।