एक्सपोज़ टुडे,नई दिल्ली।
देश की राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट कैंपस में शुक्रवार दोपहर गैंगवॉर में 3 लोगों की मौत हो गई. इस गैंगवॉर में कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी (Gangster Jitendra Gogi) भी मारा गया. मारे गए दो अन्य बदमाशों की पहचान कुक्की और राहुल के रूप में हुई।
टिल्लू गैंग के दो बदमाशों ने वकील की ड्रेस में पहले कोर्ट में एंट्री की थी.
इसके बाद दोनों ने जबर्दस्त फायरिंग कर दी. करीब 35-40 राउंड फायरिंग हुई. जिसमें कुल 4 लोगों की मौत होने की सूचना है।
इसके अलावा फायरिंग में 3 से 4 लोग घायल भी हुए हैं. बताया जाता है कि गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. उसी दौरान विरोधी टिल्लू गैंग से भिड़ंत हो गई.
दिल्ली की जिला अदालत रोहिणी कोर्ट के स्पेशल जज गगनदीप सिंह की कोर्ट नंबर-207 में ये घटना हुई थी. फिलहाल, रोहिणी कोर्ट को सील कर दिया गया है. इस घटना में महिला वकील के घायल होने की जानकारी मिली है।
बताया जा रहा है कि कोर्ट में मौजूद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की जिसमें टिल्लू गैंग के दो बदमाश मारे गए. ये दोनों बदमाश वकील की ड्रेस पहनकर कोर्ट में घुसे थे. पुलिस का दावा है कि इन्होंने ही जितेंद्र गोगी को गोली मारी थी. इन दोनों बदमाशों की पुलिस पहचान कर रही है.
हरियाणवी डांसर की हत्या में शामिल रहा था जितेंद्र
गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर दिल्ली से 4 लाख और हरियाणा में 2 लाख का इनाम घोषित था. दरअसल, बहुचर्चित हरियाणवी सिंगर-डांसर हर्षिता मर्डर केस में भी जितेंद्र उर्फ गोगी का हाथ था. उस घटना के बाद गैंगस्टर के पास से 6 ऑटोमेटिक विदेशी पिस्टल, 70 से अधिक जिंदा कारतूस, पश्चिम विहार से लूटी गई एक कार बरामद हुई थी.
जितेंद्र गोगी का खास कुलदीप फज्जा पहले ही मारा गया था एनकाउंटर में
गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को साल 2020 में गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था. बताया जाता है कि गोगी के साथ कुलदीप फज्जा को भी पकड़ा गया था. कुलदीप फज्जा बाद में 25 मार्च को कस्टडी से फरार हो गया था.
आरोपी फज्जा दिल्जी के जीटीबी अस्पताल से फरार हुआ था जिसके बाद उसका एनकाउंटर हुआ. कुलदीप सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेज में से एक किरोड़ीमल कॉलेज से वनस्पति विभाग (बॉटनी) ऑनर्स में टॉप किया था.
साल 2013 में गांव में हुए मामूली झगड़े का बदला लेने के लिए उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और फिर उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस झगड़े के बाद अपराध की दुनिया में फंस जाने के बाद उसने कलम की जगह पिस्तौल उठा ली. इसके बाद तो उसके सिर पर एक के बाद एक, लूटपाट, हत्याओं की कोशिश के केस लगते चले गए.