डॉ हिमांशु जोशी,एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर में एसडीएम रहे 2014 बैच के आइएएस अधिकारी डॉ वरदमूर्ति मिश्रा ने नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया है। मिश्रा अभी खनिज विकास निगम में कार्यकारी निदेशक हैं। उनकी नौकरी के सात वर्ष शेष हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी और छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के चीफ़ सेक्रेटरी इक़बाल सिंह बैस को स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन भी कर दिया है। लेकिन शासन ने अभी उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया है। लेकिन डॉ मिश्र नौकरी छोड़ने का मन बना चुके है। सामान्य प्रशासन विभाग ‘कार्मिक” की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने आवेदन मिलने की पुष्टि की है।
मिश्रा को इसी वर्ष जनवरी में आइएएस अवार्ड हुआ था। वे 1996 में राज्य प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए थे। उन्होंने आइएएस अवार्ड पाने के लिए केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) में याचिका दायर की थी। दरअसल, विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण न होने के बाद उन्हें वरिष्ठता क्रम में पीछे कर दिया गया था, जिसके कारण उनसे कनिष्ठ राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को पहले आइएएस संवर्ग आवंटित हो गया था।