एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर में किया खंडवा पुलिस ने दो जगह स्टिंग ऑपरेशन किया और धरदबोचा 2 वांटेड बदमाशों को। पुलिस आरोपियों के पास बैंक अफ़सर और कबाड़ी बन कर गई और बातों में उलझा कर आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया।
केस 1 बैंक कर्मचारी बनी पुलिस
तिलक नगर थाना क्षेत्र में रह रहे रवि पित रामदास मिस्त्री पर खंडवा के कोतवाली थाने में अपराध दर्ज है जिसमें वह फ़रार चल रहा है। पेशी पर न जाने के कारण कोर्ट ने उसका स्थाई वारंट जारी किया हुआ है। यह जानकारी लगने के बाद से वह इंदौर के तिलक नगर क्षेत्र में छुप कर रह रहा है। एक साल से खंडवा कोतवाली पुलिस उसे ढूँढ रही है। मुखबिर की सूचना पर जब भी पुलिस उसके घर उसे पकड़ने पहुँचती वह भाग जाता था। लेकिन इस बार पुलिस ने रवि को पकड़ने के लिए नया तरीक़ा अपनाया कांस्टेबल अमर प्रजापति को बैंक कर्मचारी बनाकर रवि के तिलक नगर स्थित घर पर भेजा। घर पर परिवार के लोग थे जिन्हें अमर ने लोन का प्रलोभन दिया। उसने कहा बहुत ही कम समय में लोन का केस मंज़ूर करा देगा। लेकिन काग़ज़ी ख़ानापूर्ति के लिए घर के हर सदस्य से मिलना होगा। परिजनों ने लोन की काग़ज़ी कार्यवाही करने के लिए घर में छिपे बैठे रवि को भी बुला लिया। जैसे ही रवि कांस्टेबल अमर के पास आया उसने रवि को पकड़ लिया। रवि के घर के आसपास सादी वर्दी में घूम रहे पुलिसकर्मी भी आ गए और उसे दबोच लिया।
केस 2 स्क्रैप व्यापारी बनी पुलिस
इंदौर के माणिक बाद क्षेत्र में रहने वाले अकील पिता शेरू पठान पर खंडवा कोतवाली थाने में चोरी और अवैध शराब के बेचने के मामले दर्ज हैं। इन सभी केस में अकील खंडवा कोतवाली का वांटेड है लेकिन वह हर बार बच कर निकल जाता था। इस बार पुलिस ने अकील को दबोचने के लिए उसका स्टिंग ऑपरेशन कर डाला। एक पुलिसकर्मी ने अकील को फ़ोन लगा कर कहा की मैं स्क्रैप व्यापारी हूं। मुझे थोक के भाव में अटाला और स्क्रैप बेचना है। पुलिसकर्मियों ने अकील को तेजाजी नगर थाने के पास बुलाया । अकील स्क्रैप व्यापारी बने पुलिसकर्मियों से बात करने के लिए आया बात जैसे ही शुरू हुई पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया।
स्थायी वारंटियों को पकड़ने में एसआइ आरपी यादव, अमित यादव, अमर प्रजापत सहित अन्य की अहम भूमिका रही।
इंदौर में कार्रवाई की है।
तीन स्थायी वारंटियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से दो वारंटियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग तरीका अपनाया गया। आरोपितों को कार्ट पेश कर जेल भेज दिया गया। –बलजीत सिंह बिसेन, टीआइ कोतवाली थाना