एक्सपोज़ टुडे, उज्जैन।
देश में आम जनता कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लगवाने के लिए भटक रही है वहीं दूसरी और सत्ताधारी दल के नेता वैक्सीन लगवाने में भी स्टेट्स सिंबल मान रहे है और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने से भी बाज नहीं
आ रहे हैं।ताज़ा मामला मध्यप्रदेश के उज्जैन से भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया का है।
सांसद के घर जाकर स्वास्थ्य विभाग का अमला समर्थकों और स्टाफ को टीका लगा रहा है। इन दिनों सांसद मोहदय के उज्जैन के सेठी नगर स्थित घर और कार्यालय पर वैक्सीनेशन का काम बड़े जोर-शोर से जारी है। स्वास्थ्य विभाग का अमला खुद सांसद के घर जाकर उनके खास समर्थकों और स्टाफ को कोरोना से बचाव का टीका लगा रहा है। इस टीकाकरण के लिए नियमों को ताक पर रख दिया गया है।
नियमानुसार 18 साल से 45 साल के व्यक्तियों को रजिस्ट्रेशन के बाद ही टीका लगाया जा सकता है लेकिन सांसद फिरोजिया के निवास पर इन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। कांग्रेस द्वारा भाजपा सांसद के इस कृत्य का जोरदार विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस ने सरकार से सवाल करते हुए पूछा है कि क्या सांसद फिरोजिया के घर को टीकाकरण केन्द्र घोषित कर दिया गया है? मामले में सांसद फिरोजिया ने बेतुका तर्क दिया है। फिरोजिया ने कहा कि उनका स्टाफ खाना बांटने बस्तियों में जाता है और वे लगातार कोविड के दौरान काम कर रहे हैं ऐसे में कोई जनहानि ना हो तभी टीके लगवाए गए है।
भाजपा सांसद के कुछ समर्थकों ने वैक्सीनेशन के फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सांसद अनिल फिरोदिया का धन्यवाद दिया कि उन्होंने घर पर टीके की व्यवस्था कर दी। इन फोटो को देखकर सोशल मीडिया के अन्य यूजर्स भड़क गए और सांसद के समर्थकों को जमकर ट्राेल करने लगे। लोगों ने कमेंट किया कि आम जनता टीके के लिए भटक रही हैं वहीं नेताओं के समर्थकों को घर जाकर टीके लगवाएं जा रहे हैं, यह गलत बात है। सोशल मीडिया पर सांसद के खास समर्थक कपिल कटारिया, मनमीत सिंह, राहुल जाट आदि द्वारा वैक्सीन लगवाते हुए फोटो पोस्ट किए गए थे। ट्रोल होने के बाद यह फोटो हटा लिए गए।