एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर के व्यापारी को कस्टम ने पकड़ा,12 करोड़ की कस्टम ड्यूटी की चोरी में। व्यापारी ने रशियन चने की प्रोसेसिंग करके भेजने की जगह लोकल चना भेज दिया। इसमें क़रीब 12 करोड़ रूपए की कस्टम ड्यूटी की चोरी भी की। मामला इस प्रकार है।
इंदौर के चना कारोबारी रजत पिता गोपालदास सारडा ने रशियन चने को प्रोसेसिंग के नाम पर इम्पोर्ट किया और उसकी जगह हल्की ग्रेड के चने को एक्सपोर्ट कर दिया। काबुली चने के इस इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के खेल में कारोबारी ने 12 करोड़ रुपए से ज्यादा की कस्टम ड्यूटी की चोरी की। कस्टम कमिश्नरेट इंदौर और मुंबई की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ 2019 में केस दर्ज हुआ था। बुधवार को आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर कस्टम डिपार्टमेंट की टीम मुंबई ले गई है।
रजत एग्रो कमोडिटी प्रालि के कर्ताधर्ता व चना कारोबारी रजत पिता गोपालदास सारडा ने चने के इस बड़े कारोबार में अलग-अलग समय में 12 करोड़ रुपए से ज्यादा की कस्टम चोरी की गई थी। इस पर जून 2019 में ही उसके खिलाफ कस्टम, ईडी और विदेश व्यापार विभाग को शिकायत की गई थी। जनवरी 2020 में मुंबई कस्टम विभाग की टीम इंदौर पहुंची और रजत सारडा की फर्म रजत इंटरप्राइजेस सहित करीब 10 फर्मों के खिलाफ छापामार कार्रवाई की थी।
इसी कड़ी में 31 जनवरी को उसके बयान दर्ज हुए थे। सारडा के खिलाफ फरवरी में पहला समन जारी हुआ, तो वह हाजिर नहीं हुआ। फिर 2 मार्च 2022 तक 14 समन जारी हुए, तो भी वह हाजिर नहीं हुआ। मंगलवार को विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से मुंबई विंग के साथ मिलकर रजत को कस्टम कमिश्नरेट इंदौर बुलाया और गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी को चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट इंदौर लोकेंद्र सिंह के समक्ष पेश किया गया था। मामले में कस्टम डिपार्टमेंट की ओर से एडवोकेट ने कोर्ट को बताया कि कस्टम डिपार्टमेंट की स्पेशल इंटेलिजेंस एंड इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (एक्सपोर्ट) ने सारडा के खिलाफ कस्टम एक्ट की धारा के तहत 2019 में केस दर्ज किया था। केस की डायरी इंदौर विंग को सौंपी गई थी। जांच और सबूतों के आधार पर सारडा को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उसे मुंबई ले जाने के लिए तीन दिन के ट्रांजिट रिमांड पर सौंपा है।