एक्सपोज़ टुडे,इंदौर। आवास व शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 और म्यूनिसिपल परफॉरमेंस इंडेक्स (एमपीआई) 2020 की सूची जारी की है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इंदौर नगर निगम का काम नंबर वन पर रहा है। साल 2018 में घोषित सूची में इंदौर रहने लायक शहरों में 8वें स्थान पर था। दोनों रैंकिंग ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 और म्यूनिसिपल परफॉरमेंस इंडेक्स 2020 में देश के 111 शहरों के मध्य मुकाबला हुआ।
इंदौर नगर निगम के काम सर्वश्रेष्ठ
म्यूनिसिपल परफॉरमेंस इंडेक्स (एमपीआई) 2020 में भी दो श्रेणियों एक 10 लाख से अधिक आबादी और दूसरी 10 लाख से कम आबादी में शहरों की सूची जारी की गई है। 10 लाख से अधिक आबादी वाली श्रेणी में इंदौर नगर पालिका निगम ने बाजी मारी और 66.08 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। इस श्रेणी में सूरत (60.82 अंक) दूसरे और भोपाल (59.04 अंक) तीसरे स्थान पर रहा। वहीं 10 लाख से कम आबादी वाली श्रेणी में नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल पहले स्थान पर रहा। इसक बाद तिरुपति और गांधीनगर ने स्थान प्राप्त किया। एमपीआई को 5 पैमानों सर्विसेज, फाइनेंस, पॉलिसी, टेक्नोलॉजी और गवर्नेंस पर परखा गया था।
इंदौर देश का नौवा सबसे अच्छा रहने लायक शहर
ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 की दौड़ में देश के 111 शहर शामिल थे। यह सूची दो श्रेणियों में घोषित की गई है। पहली श्रेणी में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर और दूसरी श्रेणी में 10 लाख से कम आबादी वाले शहर शामिल थे। 10 लाख से अधिक आबादी वाले रहने लायक शहरों में पहले स्थान पर बेंगलुरु रहा है। इसके बाद पुणे, अहमदाबाद, चेन्नई, सूरत, नवी मुंबई, कोयंम्बटूर, वडोदरा, इंदौर और ग्रेटर मुंबई का नंबर आता है।
वहीं 10 लाख से कम आबादी वाले रहने लायक श्रेष्ठ शहरों में शिमला पहले स्थान पर है। इसके बाद भुवनेश्वर, सिलवासा, ककिनादा, सलेम, वेल्लोर, गांधीनगर, गुरुग्राम, दवंगेरे और तिरुचिरापल्ली का नंबर आता है।