एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर के बहुचर्चित गवर्नमेंट लॉ कॉलेज की विवादित किताब मामले में लेखिका डॉ फ़रहत खान को इंदौर पुलिस ने पूना के एक हॉस्पिटल के बाहर से नाटकीय घटनाक्रम के बाद गिरफ़्तार
कर लिया है।
डॉक्टरों के मुताबिक़ लेखिका डॉ फ़रहत खान को किडनी में इनफ़ेक्शन की समस्या है। इसलिए उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। उनका ईलाज चल रहा है। पुलिस ने उन्हें पेश होने के लिए नोटिस दिया है।
विवादित किताब मामले में लेखिका डॉ फ़रहत खान पर थाना भंवरकुआ में एफ़आइआर दर्ज होने के बाद उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया था। इसके बाद रविवार को देर रात परिवार सहित श्री नगर के घर पर ताला लगा कर फ़रार हो गई। अगले दिन भंवरकुआ थाने की टीम लेखिका के घर पहुंची तब पुलिस को फ़रार होने की जानकारी मिली। इसके बाद लेखिका की तलाश में अलग अलग जगह पुलिस की टीम बना कर भेजी गई।
पुलिस टीम को लेखिका की आख़री लोकेशन सेंधवा मिली।
दरअसल लेखिका ने कुछ देर के लिए अपना मोबाइल चालू कर अपने भाई को फ़ोन लगाया और फिर मोबाइल ऑफ कर लिया। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने जानकारी निकाली तो जिस नंबर पर आख़री कॉल हुआ उसकी लोकेशन पुणे निकली। जिस नंबर पर कॉल किया वह नंबर अमजद खान के नाम पर रजिस्टर्ड था। जांच में पता लगा की अमजद लेखिका का भाई है। इसके बाद पुलिस टीम पुणे पहुंची।
बीमा कराने के लिए लगाया फ़ोन और धरा गई लेखिका
पुणे पहुँचने के बाद इंदौर पुलिस ने लेखिका के भाई अमजद को फ़ोन किया । अमजद एक निजी बीमा कंपनी में काम करता है। पुलिस ने ग्राहक बनकर उससे बात की और बीमा कराने के बहाने बुलाया।अमजद ने उन्हें एड्रेस देकर ऑफिस आने के लिए कहा, जहां से पुलिस ने उसे उठा लिया। पूछताछ में उसने लेखिका बहन डॉ फ़रहत के रूबी हॉस्पिटल में एडमिट होने की जानकारी दी। उसे लेकर पुलिस रूबी हॉस्पिटल पहुंची। जहां पुलिस को देख लेखिका डॉ फ़रहत घबरा गई। पुलिस ने उसे नोटिस देकर कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है।