एक्सपोज़ टुडे,भोपाल।
सीधी में हुए बस हादसे को लेकर लीपा पोती शुरू हो गई है। हमेशा की तरह बड़े अफ़सरों को बचा लिया गया है।
सीधी आरटीओ को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ साथ एमपीआरडीसी के डिविजनल मैनेजर, एजीएम और मैनेजर को भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है।
सीधी ज़िले में हुए दर्दनाक हादसे के बाद भी प्रदेश के परिवहन मंत्री घटना स्थल पर पहुँचने की बजाय बसंत पंचमी मनाते रहे।फिर देर शाम घटना से पल्ला झाड़ते हुए बोले बस का परमिट रद्द कर दिया है।
सीधी ज़िले के रामपुरनैकिन में हुए बस हादसे में बाण सागर की 7.2 गहरी नहर में 58 यात्रियों से भरी बस एमपी 19 पी 1982 गिर गई। 32 सीटर बस में 61 लोग सवार थे। यानि ओवर लोडिंग हो रही थी । हादसे में 20 महिलाओं और दो बच्चों समेत 47 यात्रियों की मौत हो गई। 7 लोगों को बचा लिया गया है वहीं 6 लोग अब भी लापता हैं। इस पूरे घटनाक्रम के बावजूद प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का दिल नहीं पसीजा वे घटनास्थल पर ही नहीं गए। जब रामपुरनैकिन में चारों तरफ़ चित्कार मची थी तब परिवहन मंत्री राजपूत सहकारिता मंत्री के घर बसंत पंचमी के भोज में ठहाके लगा रहे थे। जब मंत्री राजपूत की कार्यशैली पर सवाल उठे तो देर शाम उन्होंने घटना का ज़िम्मेदार ड्राइवर को बताते हुए बस का परमिट निरस्त करने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया ।