एक्सपोज़ टुडे।
सायबर क्राईम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम द्वारा सायबर अपराध कारित करने में उपयोग किये जा रहे 1436 संदिग्ध मोबाइल नंबरो को बंद करा दिया गया है। साइबर ठगी करने वालों ने मध्य प्रदेश से मोबाइल सीम ख़रीद कर उसे अन्य राज्यों में बेच दिया वहीं से इन सभी 1436 नंबरों से संदिग्ध और ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था। आरोपीगणो के द्वारा फर्जी दस्तावेजो पर सिम एक्टीवेट कर दिल्ली सहित देष के अन्य राज्यों में सायबर अपराधियों को बेचा जा रहा है। जिनका उपयोग सायबर अपराधियों के द्वारा भोले-भाले लोंगो के साथ सायबर अपराध घटित करने में किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विवेचना के द्वारा आरोपीगणो की तलाष के दौरान एकत्र किये गये डाटा के विष्लेषण पर पाया गया कि गिरफ्तार आरोपीगणों के द्वारा लगभग 1500 सिमों को फर्जी दस्तावेजो पर एक्टिवेट किया गया है। इन नंबरो को संदिग्ध मानते हुये जारी करने वाली टेलीकाॅम कंपनीयों को रिवेरीफिकेषन हेतु लेख किया गया। जिसके बाद टेलीकाॅम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी वोडाफोन आईडिया द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुये 1436 सिमों को बंद कर दिया।
भोपाल में कर चुके हैं घटना
16 दिसम्बर 2021 को अनिल कुमार शर्मा निवासी भोपाल के द्वारा सायबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल में लिखितशिकायत आवेदन दिया था कि दिनांक 10. दिसंबर.2021 को एक मोबाइल नंबर से फोन आया कि एसबीआई क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेण्ट से बात कर रहा हूॅ। आपके क्रेडिट कार्ड का कार्ड प्रोटेक्शन प्लान बंद करने के लिये काॅल किया है। कार्ड प्रोटेकशन प्लान बंद करने के नाम पर एसबीआई क्रेडिट कार्ड का नंबर एवं ओटीपी लेकर फरियादी के साथ कुल 116448/-रूपये की धोखाधडी की गई। षिकायत आवेदन में आये तथ्यों एवं प्राप्त तकनीकि जानकारी के आधार पर अपराध क्रमांक 18/2022 धारा 419,420,467,468,471,120बी भादवि का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपी के द्वारा फरियादी से बात करने के लिये जिस मोबाइल नंबर का उपयोग किया गया था व करैरा जिला शिपवुरी से एक्टिवेट किया गया है तथा उसमें दुकान का पता भोपाल का बताया गया है। इसके अतिरिक्त वह मोबाइल नंबर फर्जी दस्तावेजो का उपयोग कर एक्टिवेट किया गया है। विवेचना के दौरान फर्जी दस्तावेजो पर सिम जारी करने की प्रक्रिया में शामिल 04 आरोपीगणों के विरूद्व वैधानिक कार्यवाही की जा चुकी है।