कटनी। निजी करण के विरोध मे आज से देश भर के आर्डिनेंस फेक्ट्री के कर्मचारी हडताल पर हैं। । कर्मचारी संगठनों ने पूरे एक माह तक हडताल की घोषणा की है। कटनी के आयुध निर्माणी मे आज सुबह से कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। आयुध निर्माणी का कामकाज ठप्प हो गया है। पूरे देश के 41 आयुध निर्माणी के कर्मचारी सहित अधिकारी भी इस हडताल मे शामिल हैं। कटनी मे शत-प्रतिशत हडताल का असर देखने को मिल रहा है।
देश भर ममें रक्षा उत्पादन यानि ऑर्ड्रिनेंस फ़ैक्ट्रीज़ समूह में 41 उत्पादन इकाइयाँ हैं, जिनमें लगभग 90 हज़ार कर्मचारी काम करते हैं। कर्मचारियों के मुताबिक हड़ताल का कारण यह है कि सरकार रक्षा हथियार सामग्री बनाने वाली इन उत्पादन इकाइयों को निगमिकृत करना चाहती है। पिछले दो सौ से भी ज़्यादा साल पुराने इस संगठन पर अभी केंद्र सरकार का कंट्रोल है, लेकिन निगमिकरण हो जाने के बाद ये इकाइयाँ निजी हाथों में सौंपे जाने के लिए तैयार हो जाएँगी।
गौरतलब है कि ये फ़ैक्ट्रीज़ सेना के लिए टैंक, राइफल्स, छोटे कारतूस से लेकर 1000 पाउंड के बम तक बनाती हैं। इसके अलावा यहां सभी कन्वेंशनल हथियार बनाए जाते हैं।
जानकारों का मानना है कि यदि इन फैक्ट्रियों को निगम बनाकर निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जाती है तो वक़्त आने पर इनके नए मालिक सरकार से हथियारों की वही क़ीमतें वसूलेंगे जैसे त्यौहार के सीज़न में हवाई कम्पनियों के मालिक 4 हज़ार के टिकिट की क़ीमत 40 हज़ार तक वसूलते हैं। इसके अलावा गोपनीयता का भी एक बडा खतरा खडा हो सकता है।