November 28, 2024

पिता को ही समझ लिया बच्चा चोर

दमोह। मध्य प्रदेश में इस समय बच्चा चोर गिरोह होने की अफवाह इस तरह फैल चुकी है कि लोग जरा सा संधि संदेह होने पर किसी को भी बच्चा चोर समझ बैठते हैं और मारपीट करने से नहीं चूकते। कुछ इसी तरह का मामला दमोह रेलवे स्टेशन पर देखने मिला है जहां सोमवार रात करीब 9 बजे हीराकुंड एक्सप्रेस ट्रेन पहुंची तो उसमें सवार यात्रियों ने एक यात्री को बच्चे के साथ पुलिस के हवाले कर दिया। यात्रियों ने पुलिस को बताया कि यह बच्चा चोर है और बच्चे की चोरी करके कहीं से भागकर आया है।

विशाखापट्टनम से होकर पुरी जाने वाली हीराकुंड एक्सप्रेस ट्रेन में सवार एक यात्री के साथ रो रहे एक बच्चे को देखकर लोगों ने उसे बच्चा चोर समझा। सागर से दमोह मार्ग पर आ रही ट्रेन जैसे ही दमोह पहुंची तो वहां पर लोगों ने उसे आरपीएफ पुलिस के हवाले कर दिया। बाद में पता लगा कि वह उस बच्चे का पिता है जिसे यात्री बच्चा चोर समझ रहे थे। रात में करीब 9 बजे के लगभग हीराकुंड ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो पर आने के बाद किसी यात्री ने बताया कि एक बच्चा चोर को यात्रियों ने पकड़ लिया है। जिसकी सूचना पर स्टॉफ यात्रियों के बताए अनुसार व्यक्ति को आरपीएफ थाना लाए। इस बीच यात्रियों ने ट्रेन को चैन पुलिंग करके रोक रखा था। बाद में करीब 15 मिनट की देरी से ट्रेन रवाना हो पाई।

बच्चा स्कूल की ड्रेस पर था। उनके पास कोई सामान भी नहीं था और बच्चा रो रहा था मुझे मम्मी के पास जाना कह रहा था। साथ वाले से पूछने पर वह सही जानकारी नहीं दे रहा था। इसलिए उसे यात्रियों ने बच्चा चोर समझा था। क्योंकि वह अपना नाम बगैरह भी नहीं बता रहे थे।

मामले की जांच के बाद आरपीएफ थाना पहुंचे नगर पालिका के कर्मचारी सुनील ठाकुर निवासी बिलवारी मोहल्ला ने बताया कि जिसे आरोपी समझा जा रहा है वह उनके मझले भाई नरेंद्र सिंह हैं। वह किसी काम से सुबह स्कूल गए और 6 साल के अपने बच्चे को स्कूल से ही यूनीफार्म में लेकर खुरई चले गए थे। वह मानसिक रूप से टेंशन में चल रहे हैं। जिससे उन्हें कुछ याद नहीं रहा। बाद में जब वह हीराकुंड ट्रेन में बैठकर वापस आ रहे थे। जिन्हें लोगों ने बेबजह तूल देकर उन्हें बच्चा चोर बना दिया।

 

Written by XT Correspondent