November 24, 2024

100 से ज्यादा बार नक्सल ऑपरेशन कर चुके पुलिस अफसर को चौथी बार राष्ट्रपति वीरता पदक

राजनांदगांव। 100 से भी ज्यादा नक्सल ऑपरेशन का नेतृत्व कर चुके पुलिस अधिकारी लक्ष्मण केंवट को चौथी बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया। लक्ष्मण केंवट छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे पुलिस अधिकारी बन गए हैं, जिन्हें चार बार राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार मिला। उन्हें 2016, 2017, 2018 में यह सम्मान मिल चुका है। लक्ष्मण केंवट को छत्तीसगढ़ में सबसे सफल नक्सल ऑपरेशन चलाने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में भी जाना जाता है। अब तक लक्ष्मण केंवट ने अकेले ही 41 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है।

लक्ष्मण केंवट वर्तमान में राजनांदगांव जिले के गातापारा थाना प्रभारी हैं। 34 वर्षीय लक्ष्मण को छत्तीसगढ़ में एनकांउटर विशेषज्ञ के तौर भी जाना जाता है। लक्ष्मण केंवट बताते है कि उन्होंने अपनी टीम में उन जवानों को रखा है, जो पहले नक्सली हुआ करते थे। आत्मसमर्पण के बाद शासन ने इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास योजना के तहत सहायक आरक्षक बनाया है। लक्ष्मण केंवट ने ऐसे आरक्षकों को अपनी टीम में शामिल कर नक्सलियों के बारे में जानकारी जुटाई। इनसे लक्ष्मण केंवट को पता चला कि नक्सली कैसे रणनीति बनाते हैं। कैसे घटनाओं को अंजाम देते हैं। आरक्षकों की निशानदेही पर ही केंवट ने नक्सलियों के सफाए का मन बनाया।

भारत सरकार के वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार भी लक्ष्मण केंवट के शौर्य की गाथा सुनकर उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान विजय कुमार ने बीजापुर, राजनांदगांव के एमएमसी जोन के कारनामे सुने। प्रभावित होकर उन्होंने लक्ष्मण केंवट की हौसला अफजाई की और पीठ भी थपथपाई।

Written by XT Correspondent