September 23, 2024

प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा मर्डर केस, पुलिस की लीपापोती शुरू एसपी ने किया दो टीआई को लाइन अटैच।

एक्सपोज़ टुडे 
इंदौर के सिमरोल थाना क्षेत्र के बीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड फ़ार्मेसी की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा मर्डर केस केस में दो टीआई धर्मेन्द्र शिवहरे तत्कालीन टीआई सिमरोल वर्तमान टीआई देपालपुर और आर एन एस भदौरिया टीआई सिमरोल को एसपी ग्रामीण ने लाइन अटैच कर दिया है।
पुलिस की लापरवाही से प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा मर्डर हुआ। वे एक साल में तीन बार आरोपी की लिखित शिकायत कर सिमरोल थाने पर कर चुकी थी जिसमें उन्होंने खुद की जान को भी ख़तरा बता कर सुरक्षा की मांग की लेकिन पुलिस ने न आरोपी पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव पर कोई कार्रवाई की न ही विमुक्ता शर्मा को सुरक्षा दी।
3 बार लिखित शिकायत लेकिन पुलिस ने नहीं की कार्रवाई 
आरोपी पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव की आपराधिक गतिविधियों से तंग आकर दिवंगत प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने 14फ़रवरी 2022 को सिमरोल थाने पर लिखित आवेदन दिया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।इसके बाद फिर 28 फ़रवरी 2022 को फिर से कॉलेज प्रबंधन की और से पुलिस थाना सिमरोल को लिखित शिकायत की गई लेकिन पुलिस ने इस शिकायत पर भी ध्यान नहीं दिया। 7 सितंबर 2022 को फिर से थाने में लिखित शिकायत की लेकिन 3 शिकायतों के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
बिल्व पत्र तोड़ने आई और आरोपी ने पेट्रोल छिड़क कर लगा दी आग।
20 फ़रवरी को कॉलेज कैंपस में ही  पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने पेट्रोल डालकर जला दिया था। वे 90 प्रतिशत तक झुलस गई थी। उन्हें गंभीर हालत में चोइथराम हॉस्पिटल अस्पताल में भर्ती किया गया था। वे कई दिनों से जीवन और मौत से संघर्ष कर रही थी।
घटना के दिन प्रिंसिपल 4:45 बजे कॉलेज से बाहर आईं और बिल्व पत्र तोड़ने लगीं। वे कार में बैठ रही थीं, तभी आरोपी प्लास्टिक की बाल्टी में पेट्रोल लेकर आया और मैडम पर फेंक दिया। उनका पूरा शरीर भीग गया। वे कार से बाहर आईं। तभी आरोपी ने लाइटर निकाल कर आग लगा दी। वे बचने के लिए आरोपी से झूमा-झटकी करती रहीं। प्रिंसिपल की चीख सुनकर वे दोनों दौड़े और आग बुझाने के लिए उनके कपड़े फाड़ दिए। फिर कॉलेज की टी-शर्ट से उन्हें ढंक कर उन्हीं की कार में अस्पताल ले गए।
पुलिस ने आरोपी आशुतोष (21) पिता संतोष निवासी 6, विजयश्री नगर इंदौर को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह भी 30% तक झुलसा है। उसका एमवाय अस्पताल में इलाज होने के बाद छुट्टी हो गई है।

कॉलेज संचालक की भी लापरवाही

इस पूरे घटनाक्रम में कॉलेज की भी गंभीर लापरवाही सामने आ रही है कॉलेज में कैमरे लगे हैं न बाउंड्री वॉल है न सुरक्षा कोई इंतज़ाम है।
Written by XT Correspondent