September 23, 2024

सलमान, शाहरूख, दीपिका, रणवीर, करिश्मा, ऋतिक की लगा दी बोली। डेढ़ लाख में बिक गया सलमान।

एक्सपोज़ टुडे,चित्रकूट।
सलमान, शाहरूख, दीपिका, रणवीर, करिश्मा, ऋतिक की लगी बोली। डेढ़ लाख में बिका सलमान यह दृश्य किसी फ़िल्मी सेट का नहीं न यह फ़िल्मी सितारे हैं। यह है एमपी के गधे। दृश्य है चित्रकूट के गधा मेला का जो दीपावली से तीन दिन तक मंदाकिनी नदी के किनारे क्योट्रा में आयोजित किया गया जाता है।
हर साल लगने वाले ऐतिहासिक गधा मेले में हजारों की संख्या में लोग गधे लेकर पहुंचे। जिन्हें खरीदीने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रही।

मेला के संयोजक मुन्ना मिश्रा ने बताया कि चित्रकूट में लगने वाले ऐतिहासिक गधा मेला में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान से गधा मालिक अपने-अपने गधों को लेकर बेचने और खरीदने आते हैं।इन गधों का काम खच्चर के लिए होता है और जो नस्ल सबसे अच्छी होती है उसकी बोली ऊंची लगती है।
यहां बालीवुड के कलाकारों के नाम पर गधों के नाम रखे जाते हैं और फिल बोली लगाई जाती है। इस बार गधों के नाम शलमानन, शाहरूख, दीपिका, रणवीर, करिश्मा, ऋतिक आदि रखे गए हैं। जिसमें से सलमान 1.50 लाख, दीपिका 1.25 लाख, शाहरूख 70 हजार, रणबीर 50 हजार और ऋतिक नाम के गधे की बोली 30 हजार में लगाई गई। तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में अब तक डेढ़ से दो करोड़ का व्यापार हो चुका है।

औरंगजेब ने शुरू कराया था।
धर्मनगरी चित्रकूट में गधों के मेला की शुरूआत मूर्तिभंजक औरंगजेब ने शुरू की थी। तब से आज तक हर वर्ष दीपावली के अवसर पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन होता है। जहां दूर-दूर से गधों के व्यापारी आते हैं। अब तक चित्रकूट में लगभग 10 हजार गधे मेले में शामिल हुए। जहां गधों को खरीदा और बेचा गया।इस मेले में सबसे ज्यादा महंगी बोली सलमान नाम के गधे की लगाई गई जो कि डेढ़ लाख में बिका है।

खूँटे से नगर परिषद की कमाई
मेला में आने वाले हर व्यापारी से गधों को बांधने के लिए प्रति खूंटा के हिसाब से वसूली की जाती है। हालांकि अब नगर परिषद द्वारा वसूली को ठेका किया जाने लगा है। जिससे ठेकेदार द्वारा गधों के मालिकों से एक खूंटे का 30 रुपये शुल्क लिया जाता है। इसके बाद यदि गधा बिक गया तो गधा बेचने वाले व्यापारी से 500 रुपये अलग से वसूले जाते हैं। ये अपने आप में एक अनूठा मेला है जहां सिर्फ गंदगी ही गंदगी होती है और लोग गधों को खरीदने या बेचने के लिए ही आते हैं। प्रशासन द्वारा सुरक्षा या व्यवस्था के लिए कोई कर्मचारी तैनात नहीं किया जाता।

चित्रकूट के गधे मेले में सबसे महंगा बिका ‘सलमान’, लगी डेढ़ लाख की बोली

Written by XT Correspondent