इंदौर। बीस साल के लड़के ने घर की टूटी कुर्सी – कैंची और नहाने का टॉवेल पहनाकर ऐसे बाल काटे की चार साल के भीतर घर में मर्सिडीज खड़ी कर दी। मॉडल उसकी कटिंग के इस तरह दीवाने हुए कि मुंबई – पुणे से बाल कटाने इंदौर के नंदा नगर आते हैं।
हम बात कर रहे हैं हेयर सैलून के संचालक दीप गावड़े की। एक समय था जब दीप गावड़े को ये भी नहीं पता था कि बाल काटते वक्त जो कपड़ा पहनाया जाता है उसे कहते क्या हैं। 24 साल के दीप टैटू आर्टिस्ट बनना चाहते थे लेकिन नौ साल के उम्र में ही पिता के निधन से पढ़ाई लिखाई तो ढंग की हुई नहीं टैटू आर्टिस्ट बनने का सपना भी छीन गया।
एक बार दीप और उसका एक दोस्त बाल कटवाने के लिए सैलून गए, लेकिन वहां बाल काटने वाला नहीं मिला तो घर आकर दीप ने ही अपने दोस्त के बाल काट डाले। अब उसका दोस्त मॉडलिंग के लिए जहां भी जाता लोग पूछते कि आपने कटिंग कहा करवाई। जब उसने यह बात दीप को बताई तो दीप ने बोला कि बता देना घर में ही बाल काटता हूँ और काम शुरु हो गया।
इसके बाद तो मॉडल्स का घर आना शुरु हो गया। पहली बार बाल काटने के लिए कैंची-कंघा भी उन्होंने ही दिलाया। धीरे-धीरे घर के बाहर बडी बडी कारें आने लगी तो दीप को लगने लगा कि इसी में अब कुछ करना हैं। कहीं तो कोर्स सिखा नहीं था इसलिए यूट्यूब को अपना गुरु बना लिया और दिन भर बाल काटना सिखने लगा। बाल कटिंग की कमाई से जो पैसे इकट्ठे हुए उसी से नानी का कमरा किराए पर लेकर सैलून डाल दिया।
दीप का कहना है की अगर मुझे 24 घंटे बाल काटना पड़े तो भी मैं तैयार हूँ। नंदा नगर के अलावा दीप ने स्कीम नंबर 54 में भी दीप गावड़े हेयर स्टूडियों नाम से सैलून डाला हैं। दीप बाल काटना भी सिखाते हैं। दीप कहते मेरा सपना है की 51 चेयर का सैलून खुद का हो। दीप अभी तक जीम से लेकर डेली डोज, कॉफी शॉप, तिंछा फॉल, छत्रीपुरा और पहाड़ पर हेयर कट कर चुके हैं।
दीप ने जब यह काम शुरु किया था तो उनके चाचा इस काम के खिलाफ थे लेकिन अब इस काम की प्रशंसा करते है। दीप अब राजस्थान में रेत की बीच और दुनिया की हर खूबसूरत जगह पर जाकर बाल सांवरना चाहते हैं। दीप का कहना है कि इस काम को लोग विशेष जाति से जोड़ कर देखते हैं लेकिन मैं इस काम को इतना ऊपर ले जाना चाहता हूँ, जिससे लोगों की सोच बदले। मॉडल के बाल काटने वाले दीप बताते है कि वो पहले शख्स है जो डेस्टिनेशन हेयर कट करते हैं और जिनका विडियों यूट्यूब पर हैं।