ग्वालियर। मध्यप्रदेश के पैरा स्विमर ने कैटलीना चैनल पार कर नया इतिहास रच दिया है। वह कैटलीना चैनल पार करने वाले एशिया के पहले दिव्यांग तैराक बन गए है। इस दौरान उनके साथ इंडियन पैरा स्विमर टीम के पांच तैराकों की टीम भी थी। उन्होंने रिले की तर्ज पर कैटलीना पार किया।
इतिहास रचने वाले प्रदेश के पैरा स्विमर का नाम सतेंद्र सिंह लोहिया है। वह ग्वालियर के रहने वाले है। सतेंद्र पिछले दो महीनों से अपनी टीम के साथ कैटलीना चैनल पार करने की तैयारी कर रहे थे। अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित कैटलीना चैनल की लंबाई कुल 42 किलोमीटर है। इसका तापमान 12 से 14 डिग्री तक रहता है। ऐसे में इसे पार करने से पहले पैरा स्विमर 10 दिन तक वहां पर प्रैक्टिस करते हैं। इससे उनका शरीर वहां के तापमान के अनुकूल हो जाता है।
सतेंद्र और उनकी टीम ने कैटलीना चैनल को पार करने में 11 घंटे और 34 मिनट का समय लिया। इंडियन पैरा स्विमर टीम के छह तैराकों ने रिले की तर्ज पर कैटलीना पार किया।
कैटलीना चैनल को पार करने में सतेंद्र के साथ महाराष्ट्र के चेतन राउत, बंगाल के रीमो शाह, राजस्थान के जगदीश चन्द्र, छत्तीसगढ़ की अंजनी पटेल और महाराष्ट्र की गीतांजली चौधरी भी शामिल थे।
सतेंद्र का नाम इंग्लिश चैनल पार करने के लिए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। सतेंद्र को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विक्रम अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
इनके अलावा सतेंद्र के नाम 2009 नेशनल पैरालम्पिक कोलकाता ब्रौंज, 2011 नेशनल पैरालम्पिक कोल्हापुर ब्रौंज, 2012 ओपन वाटर ने. पैरा. इलाहबाद सिल्वर, 2013 नेशनल पैरालम्पिक बैंगलुरू सिल्वर व ब्रौंज, 2014 नेशनल पैरालम्पिक इंदौर सिल्वर, 2015 नेशनल पैरालम्पिक बेलगाम तीन सिल्वर एक ब्रौंज, 2016 इंटरनेशनल पैरा. स्वीमिंग कनाडा दो सिल्वर एक ब्रौंज, 2017 नेशनल पैरालम्पिक उदयपुर एक गोल्ड दो सिल्वर, 2017 स्टेट ओपन चैंपियनशिप ऑस्ट्रेलिया गोल्ड जैसे प्रमुख अवार्ड भी है.