November 25, 2024

एसआइटी के सामने जेलर का लैपटाप खोलेगा जेल से ऑन लाइन ठगी का राज ।

एक्सपोज़ टुडे, भोपाल/उज्जैन।

उज्जैन केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में बंद एक कैदी ने जेल के अधिकारियों पर दबाव बनाकर क्रेडिट कार्ड हैक करवाकर लाखों रुपये की ठगी और  कुछ लोगों के फोन टेप करवाए जाने के मामले में अब एसआईटी  जेलर का लैपटाप जब्त कर सकती है। जेलर, डिप्टी जेलर व एक प्रहरी लगातार दूसरे दिन भी को एसआइटी के समक्ष भोपाल में पेश हुए। 

मामला संवेदनशील, कुछ भी कहने से बच रहे अफसरकैदी की शिकायत की जांच करने के लिए एसआइटी के अधिकारी बुधवार को फिर से केंद्रीय जेल भैरवगढ़ पहुंचे थे। यहां उन्होंने जेलर संतोष लाडिया, डिप्टी जेलर सुरेश गोयल, जेल प्रहरी धर्मेंद नामदेव को एसआइटी के समक्ष पेश हुए थे। दूसरे दिन भी तीनों को भोपाल में ही रोक लिया गया था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भी तीनों से पूछताछ की गई। वहीं जेलर लाड़िया का लैपटाप भी पुलिस जब्त कर सकती है। फिलहाल मामला काफी संवेदनशील होने के कारण जेल अधिकारी व राज्य सायबर सेल के अधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं।

धोखाधड़ी के आरोप में अमर अग्रवाल निवासी जिला बीड़ महाराष्ट्र केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में बंद था। उसने जेल के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की थी कि वह आइआइटी कानपुर से पासआउट है। उसे जेल के एक अधिकारी ने अपनी किताब के लिए जरूरी कंटेंट गूगल से सर्च करने व उसका ट्रांसलेशन करने के लिए लैपटाप व इंटरनेट उपलब्ध करवाया था। फिर अधिकारियों ने उस पर दबाव बनाकर क्रेडिट कार्ड हैक कर लाखों रुपये की ठगी करवाई है। इसके अलावा कुछ लोगों के फोन भी ट्रैप करवाए हैं।

इसके माध्यम से वह उनके फोन पर नजर रख रहे थे। मामले को लेकर डीजी जेल अरविंद कुमार ने राज्य सायबर सेल भोपाल को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद एडीजी राज्य सायबर सेल योगेश देशमुख ने मामले में फिलहाल अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए थे। वहीं एक एसआइटी का गठन कर मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था। इसके अलावा कैदी अमर अग्रवाल को उज्जैन जेल से भोपाल जेल ट्रांसफर कर दिया था।

मामले को लेकर राज्य सायबर सेल भोपाल ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज एसआइटी का गठन किया था।

Written by XT Correspondent