September 23, 2024

राज्य सायबर पुलिस इंदौर ने सायबर ठगी की शिकार दो महिलाओं को दिलवाए लाखों रूपए।

एक्सपोज़ टुडे।

राज्य सायबर सेल इंदौर ने ऑन लाइन ठगी के दो प्रकरणों में कार्रवाई कर ठगी गई महिलाओं को लाखों रूपए वीपस दिलवाए हैं। पहले केस में गैस एजेंसी संचालिका को विधुत विभाग का अफ़सर बन  बिजली बिल जमा कराने का झाँसा देकर 4 लाख 10 हज़ार रूपए की ठगी कर ली गई। दूसरे केस में युवती को मॉडलिंग का लालच देकर इंटरनेशनल वाटस एप्प नंबर से मैसेज भेज कर 2 लाख 70 हज़ार 145 रूपए ठग लिए गए।

केस नंबर 1 

 हंसा पति अभय पिपाड़ा नि. 76 पत्रकार कालोनी, इंदौर व्दारा शिकायत की गई कि उनके मोबाईल नंबर पर बिजली बिल जमा करने के लिए  टेक्स्ट मैसेज मिले।, मैसेज में दिये विद्युत अधिकारी के फर्जी नंबर को सही समझकर हंसा ने उनसे संपर्क किया। आरोपियों ने खुद को विद्युत विभाग का अधिकारी बताकर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर बैंक संबंधी जानकारी ली। इसी आधार पर फ्राडस्टर ने  धोखाधड़ी पूर्वक हंसा  के बैंक खाते से कुल 4,10,000/- रुपए का ट्रांजेक्शन कर लिया। हंसा  को भारतीय स्टेट बैंक से ट्रांजेक्शन होने के मैसेज मिलने पर जालसाजी का पता चला।

अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलते ही हंसा ने राज्य सायबर जोन इंदौर में अपने साथ हुए फायनेंसियल फ्राड की शिकायत दर्ज कराई। सायबर सेल ने  शिकायत पर त्वरित कार्यवाही कर प्राप्त बैंक स्टेटमेंट, मोबाईल पर प्राप्त मैसेज से अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी  निकाल कर फ्राडस्टर से  फ्राड की संपूर्ण राशि निकालना पाया। बैंक से त्वरित संपर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने का दिया।  राशि के संबंध में नोडल अधिकारी से बात कर त्वरित कार्यवाही की गई फिर  हंसा पिपाड़ा, गैस एजेन्सी संचालिका को फ्राड की पूरी  राशि 4,10,000/- रुपए वापस करा दी गई। 

केस नंबर 2

    प्रियंका शुक्ला पिता भरत शुक्ला नि. उत्कर्ष विहार इंदौर ने  राज्य सायबर सेल इंदौर में  शिकायत कर बताया  कि मुम्बई में एक्टिंग के जॉब के सिलसिले में एक  व्यक्ति ने  इंटरनेशल नंबर से वाट्सअप पर प्रोफाईल की जानकारी धोखाधड़ी से ले ली। फिर 2,70,145/- रुपए का अवैध ट्रांजेक्शन करा लिया। शिकायत पर सायबर सेल ने संबंधित बैंक से संपर्क किया और  अवैध ट्रांजेक्शन के संबंध में  प्रियंका को बैंक से  फ्राड की पूरी  राशि 2,70,145/- रुपए वापस करा दिए। 

Written by XT Correspondent