एक्सपोज़ टुडे।
इंदौर में स्टेट सायबर पुलिस ने क्रिप्टो करंसी के नाम पर इंजीनियर ठगे गए लाखों रूपए एकाउंटेंट फ्रिज कर वापस दिलवाए। एसपी सायबर सेल जितेन्द्र सिंह ने बताया प्राईवेट कंपनी में काम करने वाले सिविल इंजीनीयर आशीष जैन ने शिकायत की थी कि टेलीग्राम पर अज्ञात व्यक्ति ने क्रिप्टो करंसी में ट्रेड करने के लिये संपंर्क किया था। बातचीत के दोरान अधिक लाभ कमाने का लालच देकर अकाउंट में ली राशी । एक लींक भेज कर क्रिप्टो का अकाउंट बनवाया गया फिर एक बैंक खाते 4,25,000 रु जमा करवाये । विड्राल करने का प्रयास करने पर ऱाशी विड्राल नही हो सकी । शिकायत जाँच में पाया गया की क्रिप्टो अकाउंट फर्जी है तथा उसमें काल्पनीक राशी दिख रही थी । राज्य सायबर सेल जौन इंदौर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए संबंधित बैक से संपर्क किया गया जिसके फलस्वरुप आवेदक की संपुर्ण राशी 4,25,000 रु फ्राडस्टर के खाते में फ्रिज करने में सफलता प्राप्त हुई ।
सतर्क रहे
फायनेंसियल फ्राड की जानकारी मिलते ही त्वरित रुप से शिकायत करें ।
कभी किसी संदिग्ध KYC अपडेट, आधार, पैनकार्ड लिंक,क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन करने वाले मैसेज पर विश्वास ना करें,
बैंक के संबंध में कोई भी मैसेज प्राप्त होने पर बैंक जाकर ही जानकारी प्राप्त करें,
रिमोट एप जैसे टीम व्युवर, एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट आदि किसी के कहने पर इंस्टाल ना करें,
फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति व्दारा दिये गए निर्देशों का पालन कतई नही करें,
क्यूआर कोड स्केन करने पर बैंक खाते से रुपये निकलते है,
अपनी कोई भी फायनेंसियल जानकारी अथवा व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नही करें।
किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें ।