November 21, 2024

स्टोरी बिहाइंड द कर्टेन-एसीपी ने अपने सीनियर अफ़सरों की रिकॉर्डिंग की,2एडिशनल डीसीपी का विवाद, आईपीएस को लेकर हुए बड़े खुलासे।

 

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पढ़िए स्टोरी बिहाइंड द कर्टेन 

एसीपी अपने अफ़सरों की कॉल रिकॉर्डिंग और फिर कर दी शिकायत।

इंदौर में पदस्थ एक एसीपी से इंदौर के आला अफसर समेत पुलिस मुख्यालय भोपाल के अफसर भी बेहद परेशान हैं। उनका शौक़ है अपने हर सीनियर अफ़सर से पंगा लेना फिर शिकवे शिकायत करना। हाल ही में एसीपी अपने सीनियर अफ़सरों की कॉल रिकॉर्डिंग कर मानव अधिकार आयोग ओर डीजीपी को शिकायत कर चुके हैं। इनकी शिकायती आदत से कई अफ़सर परेशान हैं। एसीपी ने जितनी शिकायतें इंदौर के अफ़सरों की हैं सभी में जांच इंदौर पुलिस को सौंप दी गई है।

 

महाभ्रष्ट महिला अफ़सर का कारनामा 100 लोगों से अवैध वसूली।

प्रदेश की आर्थिक राजधानी में पदस्थ रही एक राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर ने रिटायरमेंट के दिन तक भ्रष्टाचार का शतक बनाया। बेहद कुंठित स्वभाव की इस अफसर ने पद का दुरूपयोग करते हुए केवल उगाही करने के लिए 100 से ज़्यादा अलग अलग मामलों में नोटिस जारी कर दिए। कुछ गंभीर मामले ऐसे भी हैं जो इनके क्षेत्राधिकार में ही नहीं आते शासन स्तर पर निर्णय होना है। लेकिन रिटायरमेंट के एक माह पहले अवैध वसूलीका टार्गेट लेकर दिन रात एक कर अवैध वसूली करने के उद्देश्य से सरकारी परवाने दौड़ाना शुरू कर दिए। कहीं से कोई कुछ भी दे जाए कम ज़्यादा सब कुछ चलेगा। बस रूपया लाओ। मेडम के भ्रष्टाचार में उनका एक रिश्तेदार भी शामिल रहा जिसे तोहफ़े के रूप में 5 लाख की मोटर सायकल गिफ़्ट की गई। यह राशि भी सभी जगह ले वसूली कर जुटाई गई।वसूली के शिकार कुछ लोगों ने मेडम के रूपए लेते हुए वीडियो बना लिए हैं। वीडियो मेडम के शुभचिंतकों नेलोकायुक्त तक भी पहुँचा दिए  हैं।

 

दो एडिशनल डीसीपी का ज़बर्दस्त विवाद आईपीएस भी हैरान

आर्थिक राजधानी में पदस्थ दो एडिशनल डीसीपी के बीच वीवीआईपी मूवमेंट के बाद जिस तरह विवाद हुआ उसने सीनियर आईपीएस को भी हैरान कर दिया। अपशब्दों की बौछार फिर मुँह ज़ुबानी जंग के साथ हाथ एक दूसरे आस्तिनों तक बढ़ने लगे।आपको बता दें एक अफसर क़द्दावर बीजेपी नेता के रिश्तेदार है।

 

2 आईपीएस में ज़मीन की जंग राजधानी तक पहुँची

प्रदेश की आर्थिक राजधानी में तैनात दो आईपीएस अफ़सरों के बीच चल रही शीत युद्ध राजधानी तक पहुंच गया है। अब इस मामले में पुलिस मुख्यालय को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। दोनों आईपीएस के बीच ज़मीन की जंग चल रही है। इस कहानी में नया मोड़ आ गया है और बिल्ली और बंदर वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। दोनों की जिस ज़मीन को लेकर चल रही है वह किसी तीसरे को मिलने जा रही है। यानि बिल्लियों की लड़ाई में बंदर का फ़ायदा हो गया।

 

आईपीएस ने कांस्टेबल से माँगे चाँदी के सितारे

प्रदेश की आर्थिक राजधानी में पदस्थ रहे एक प्रमोटी आईपीएस ने अब भोपाल में पदस्थ सिपाही से वर्दी में लगाने के लिए की चाँदी के सितारे मांग लिए। सिपाही से चाँदी के सितारे ले लिए लेकिन काम नहीं किया। सिपाही ने पूरे मामले की शिकायत मय प्रमाण उच्च अधिकारियों और पुलिस मुख्यालय को कर दी। सिपाही की शिकायत के बाद कई और पीड़ित सामने आ गए हैं।

 

2 डीएसपी को पसंद है ई विटामिन, करोड़ों की सरकारी ज़मीन पर कर दिया खेल

इंदौर में पदस्थ 2 डीएसपी ई विटामिन के शौक़ीन हैं। एक डीएसपी ने  सरकारी ज़मीन ही किराए पर एक आईटी कंपनी को दे दी। आईटी कंपनी के कर्ताधर्ताओं को बताया की यह ज़मीन विशेष पुलिस की है उन्हें हर माह पैसा देना होता है। लेन देन का ऑडियो वीडियो भी सामने आ गया है। जिस अधिकारी के नाम से रूपया लिया उन्होंने निजी तौर पर वीडियोग्राफ़ी भी करा ली है। पूरा मामला वरिष्ठ अफ़सरों की जानकारी में है लेकिन अपना दामन बचाने के चक्कर में कोई मुँह नहीं खोल रहा है। मामला उच्च स्तर पर है डीएसपी पर जल्द ही एफ़आइआर और निलंबन की कार्रवाई तय है।

 

इंदौर में पदस्थ रहे आईएएस ने भू माफिया के लिए सरकारी भवन करा दिया ग़ायब 

इंदौर में पदस्थ रहे एक आईएएस ने भू माफिया के साथ मिलकर करोड़ों रूपए की बेशक़ीमती ज़मीन का खेल कर दिया। सरकारी ज़मीन पर पर बने भवन को ही ग़ायब करा दिया। इस खेल सरकारी मशीनरी का भी उपयोग किया गया। एक अधिकारी ने आईएएस को खुश करने के लिए करोड़ों की सरकारी ज़मीन पर बक़ायदा बाउंड्री वॉल भी बनवा दी।लेकिन अब यह मामला सामने आ गया है।

 

इंदौर में पदस्थ आईएएस की शिकायत सीबीआई और डिओपीटी को

इंदौर में लंबे समय पदस्थ रहे एक आईएएस की मुश्किलें बढ़ना तय है। इंदौर पोस्टिंग के दौरान उनकी कार गुजरी और बड़े खेल तो चर्चाओं में रहे लेकिन उन्होंने फ़र्ज़ी दस्तावेज बनाकर जो खेल किया वह ओपन हो गया है। सीबीआई और डिओपीटी को मय प्रमाण शिकायत हुई है। इस शिकायत के बाद अब कार्रवाई की तलवार लटकी है। बता दें आईएएस वर्तमान में राजधानी में एक महत्वपूर्ण विभाग की ज़िम्मेदारी सँभाल रहे है।

 

टीआई के बेटी थाने में ज़ब्त गाड़ी ले गई एक आदमी को उड़ा दिया।

टीआई ने बेटी को थाने में खड़ी ज़ब्ती की कार दे दी। बेटी ने इंदौर की सड़कों पर गाड़ी दौड़ाना शुरू की। इस दौरान इस गाड़ी से एक आदमी को टक्कर लग गई। मौक़े पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जाँच की तो खुलासा हुआ की जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ है वह किसी अपराध में थाने में ज़ब्त है लेकिन बाद इससे भी बड़ा खुलासा हो गया की जिस थाने में गाड़ी ज़ब्त है वहाँ के टीआई की बेटी ही गाड़ी चला रही थी। पुलिस का कहना है प्रभारी टीआई है वह खुद ही गाड़ी चला रहे थे क्राइम नंबर 712/23 क़ायम है।

Written by XT Correspondent