एक्सपोज़ टुडे।
खरगोन में साम्प्रदायिक दंगे भड़काने के मामले का मास्टर माइंड समीर उर्फ़ शमी लाला और उसका भाई वली उल्ला को 112 दिन बाद पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। इन पर दस दस हज़ार का ईनाम घोषित था। आरोपी ने खरगोन दंगा कांड के बाद इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र की ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहकर फ़रारी काटी। इसे फ़रारी कटवाने में मदद करने वाले सादिक़ शेख़ पिता अब्दुल ख़लील शेख मकान नंबर 211 ग्रीन पार्क कॉलोनी को भी पुलिस ने आरोपी बना कर गिरफ़्तार कर लिया है।समीर उर्फ़ शमी लाला के भाई वली उल्ला इंदौर में ही अपनी पत्नी के रिश्तेदार के यहाँ छिपा था।दोनों भाई खरगोन में 10 अप्रेल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हुए साम्प्रदायिक तनाव के मुख्य आरोपी है।
2016 से है अपराधिक रिकॉर्ड
समीर उर्फ़ शमी लाला2016 से अपराध की दुनिया में है उस पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।वह साम्प्रदायिक सद बिगाड़ने वाली गतिविधियों में शामिल रहा है। उस पर कई थानों में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज है।।
खरगोन दंगा 450 आरोपी 300 हो चुके हैं गिरफ़्तार
खरगोन में रामनवमी के दिन हुई साम्प्रदायिक हिंसा में 450 नामज़द आरोपी है इसमें से क़रीब 300 की गिरफ़्तारी हो चुकी है। सभी पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है।
मिम और ख़िदमत ग्रुप चलाते हैं आरोपी
खरगोन दंगा कांड के मुख्य आरोपी दोनों भाई समीर उर्फ़ शमी लाला और उसका भाई वली उल्ला मिम और ख़िदमत ग्रुप संचालित करते है। इन ग्रुप के माध्यम से पहले युवाओं को जोड़ते हैं फिर साम्प्रदायिक तनाव फैलाने के लिए भड़काते है।इन लोगों ने यह ग्रुप सेवा कार्य के नाम से शुरू किया था फिर आपराधिक गतिविधियों में इसका उपयोग करने लगे।
पुलिस ने कलेक्टर खरगोन ने आरोपी शमी को रासुका में निरुद्ध कर इंदौर जेल भेजा है। पुलिस अब आरोपियों के इंदौर कनेक्शन खंगाल रही है।