September 23, 2024

पुलिस कमिश्नर ने नया प्रयोग किया और आ गई थानों की हक़ीक़त सामने। कॉरपोरेट स्टाइल में पुलिस।

एक्सपोज़ टुडे।
पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद भोपाल पुलिस कमिश्नर ने थाने पर शिकायत लेकर आने वाले आवेदकों से स्टाफ़ के व्यवहार को लेकर कॉरपोरेट स्टाइल में फ़ीडबैक सिस्टम लागू किया है यह फ़ीडबैक ही पुलिस थानों की रैंकिंग तय करता है।इससे चौंकाने वाले परिणाम सामने आए है।

भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर ने शहर के थानों में
जवाबदेहीता और थानों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए फीडबैक सिस्टम लागू किया है । इस फ़ीडबैक से थानों को रैंकिंग देने की व्यवस्था लागू की गई है । जिसके लिए थाने आने वाले आगंतुकों से फीडबैक लिए जाने की व्यवस्था की गई है जिसमें उनसे थाने में उनके साथ हुए व्यवहार एवं उनकी समस्या की सुनवाई तथा संतुष्टि के संबंध में पूछा जाकर थानों को रैंकिंग दी गई है।

यह रहे नंबर वन थाने
अप्रैल के दूसरे सप्ताह में थाना श्यामला हिल्स प्रथम, थाना गाँधी नगर द्वितीय तथा थाना खाजूरी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है एवं रैंकिंग में अंतिम स्थान पर क्रमशः तीन थाने- थाना महिला , थाना ऐशवाग एवं थाना टीला जमालपुरा रहे।

एडिशनल कमिश्नर पुलिस ने जनवरी से अप्रैल तक चार माह के विज़िटर रजिस्टरो की भी समीक्षा की गई । *जिसमे थाना श्यामला हिल्स प्रथम, थाना कोहेफिजा द्वितीय, थाना चूना भट्टी तृतीय , थाना गोविंदपुरा चतुर्थ एवं थाना मिसरोद पांचवें स्थान पर रहा।* जिन्हे पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा प्रथम, द्वितीय , तृतीय चतुर्थ एवं पांचवें स्थान पाने वाले थानों के थाना प्रभारियों को क्रमशः नगद पुरुस्कार से पुरुस्कृत किया गया है।

यह रहे दौड़ में
थानों की चार माह समीक्षा पर पाया गया है कि कुछ थाने लगातार प्रयास करते हुए अच्छे व्यवहार को प्रभावी रूप से लागु कर रहे हैं इनमे विशेष रूप से श्यामला हिल्स , थाना कोहेफिजा ,इस ओर ध्यान देते हुए लगातार अपनी रैंकिंग शीर्ष पर रखे हुए हैं पुलिस कमिश्नर ने समीक्षा कर इन थानों पर प्रचिलित कार्य प्रणाली हेतु थाना प्रभारी तथा वहां के अन्य कर्मचारियों को भी पुरुष्कृत करने के निर्देश दिए हैं इन थानों के प्रभारी , सहायक पुलिस आयुक्तों को भी अच्छा परिवेक्षण करने हेतु प्रसंशा पत्र दिए जाने के निर्देश संवंधित पुलिस उपायुक्तों को दिए गए. इन थानों पर क्या कार्य प्रणाली उपयोग की जा रही है उसका परीक्षण कर उस कार्य प्रणाली को ऐसे थाने जो लगातार पिछड़ रहे हैं, उनका मार्गदर्शन करने हेतु भी निर्देश दिए गए ।

यह रैंकिंग में पिछड़े
संवंधित पुलिस उपायुक्त तथा पुलिस उपायुक्त (मुख्यालाय) इसकी समीक्षा कर जो थाने पिछड़ रहे हैं वहां पर विशेष कार्य योजना लागु करें इस संवंध में लगातार *पिछड़ने वाले थाने जैसे बैरागढ, छोला मंदिर , बजरिया , गौतम नगर तथा महिला थाना* में एक अभियान चला कर कर्मचारियों को बेहतर संवाद कौशल तथा वर्क फ्लो एनालिसिस (work flow analysis) कर कार्य प्रणाली में सुधार लाने, जनोन्मुखी कर व्यवस्थाओं को संस्थित करने तथा थाने की Reception व्यवस्था को बेहतर करने हेतु संवंधित थानों पर जा कर पुलिस उपायुक्त व अन्य अधिकारी मय SOFT SKILL प्रशिक्षक के विशेष प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, इसकी भी योजना बने जा रही है।

इस बार पिछड़ने वाले थाने विशेषकर बैरागढ, छोला मंदिर , बजरिया , गौतम नगर तथा महिला थाना को दण्ड न देते हुए उनकी कार्य व्यवस्थाओं का आंकलन करने हेतु संवंधित पुलिस उपायुक्तों , अतिरिक्त पुलिस उपायुक्तों व सहायक पुलिस उपायुक्तों को भी निर्देशित किया गया है कि वह अपनी पहल से बेहतर पर्यवेक्षण वर्क फ्लो एनालिसिस (work flow analysis) कर जनोन्मुखी कार्य प्रणालियों को लागू करवाने में इन थानों के प्रदर्शन की लगातार समीक्षा करें “कैसी है आपकी पुलिस’’ अभियान अपने चौथे माह को पूर्ण कर लगातार जनसंपर्क व जन सन्तुष्टि क्षेत्र में विशेष प्रयास करते हुए इस योजना को लागु किया जा रहा है।

Written by XT Correspondent